राजस्थान 07 नवंबर (वेदांत समाचार)। जोधपुर में 10वीं क्लास की छात्रा ने बेटी को जन्म दिया है। 15 वर्षीय नाबालिग को प्रसव पीड़ा के चलते शुक्रवार को उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। बताया जा रहा है कि चचेरे भाई ने उसके साथ रेप किया था। चचेरा भाई भी नाबालिग है। पुलिस अब आरोपी भाई की तलाश कर रही है। इधर, परिजनों ने नाबालिग को अपनाने से मना कर दिया है।
दरअसल, अस्पताल में भर्ती होने की सूचना के बाद बाल कल्याण समिति ने नाबालिग की काउंसिलिंग की। उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। इस पर बाल कल्याण समिति ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने नाबालिग आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
परिजन बोले- नहीं अपनाएंगे बच्ची
नाबालिग की मां का कहना है कि वह नवजात को नहीं पालेंगे, उसे शिशु गृह के सुपुर्द करेगें। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ धनपत गुर्जर ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। उसके परिजन इस बच्चे को नहीं पालना चाहते। उन्होंने बताया कि समिति के सहयोग से बच्चे को शिशु गृह को सपुर्द किया जाएगा।
परिवार ने साधी चुप्पी
आरोपी परिवार का सदस्य होने के चलते नाबालिग व उसकी मां ने चुप्पी साध ली है। बेटी के प्रेग्नेंट होने का पता मां को चल गया था, लेकिन मां ने भी किसी से शिकायत नहीं की क्योंकि आरोपी युवक परिवार का ही सदस्य था। आरोपी नाबालिग का पीड़िता के घर आना-जाना था। बताया जा रहा है कि दोनों दसवीं कक्षा में साथ पढ़ते थे।
साथ पढ़ते थे, गर्मियों की छुट्टियों में किया दुष्कर्म
पीड़िता व आरोपी एक ही कक्षा में पढ़ते थे। बताया जा रहा है कि गर्मियों की छुट्टियों में पीड़िता के घर चचेरे भाई ने उसके साथ दुष्कर्म किया। चचेरे भाई ने उसके साथ जबरदस्ती की थी। शर्म के मारे वह नहीं बोली, जिसका फायदा उठाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। इस कारण वह गर्भवती हो गई।
ऐसा दूसरा मामला
कुछ माह पहले शेरगढ में नाबालिग के मां बनने के पीछे भी आरोपी उसका चचेरा भाई ही निकला। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में जागरुकता की कमी के चलते बालिकाएं इस तरह से दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं। अधिकतर मामले में आरोपी परिवार का सदस्य ही होता है। ऐसे में पीड़िता व उसका परिवार चुप्पी साध लेता है।
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