रायपुर/आरंग 6 नवंबर (वेदांत समाचार)। दीपावली पर भी स्वास्थ्य की सेवाएं मुस्तैद रही । विभाग द्वारा इसके लिए आपातकालीन सेवाएं और अलग से डॉक्टरों और स्टाफ का रोस्टर तैयार किया गया था । विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए इमरजेंसी चिकित्सकीय सेवा सुचारू रूप से जारी रहीं । इसी कड़ी में दीपावली की रात को मंदिर हसौद स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में 6 किलकारियाँ गूंजी जिसमें 3 बालिकाओं और 3 बालकों का जन्म हुआ ।
बीईटीओ सविता साहू बताती हैं,‘’मंदिर हसौद स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर (पीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाओं की मुस्तैदी के कारण 6 सामान्य प्रसव कराए गए । प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित है । सामान्य प्रसव करने में मेडिकल ऑफिसर डॉ.विजयलक्ष्मी अनंत, सिस्टर सपना पलित एवं आया संजीवनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।‘’
मेडिकल ऑफिसर डॉ.विजयलक्ष्मी आनंद कहती है, ‘’त्यौहार अपनी जगह है और जन सेवा अपनी जगह क्योंकि त्यौहार की खुशियों को आगे किया जा सकता है लेकिन जनसेवा उसी समय करनी होती है। गर्भवती महिलाओं के प्रसव होने का समय अगर है तो सेवा पहले है और त्योहार को बाद में मना सकते है ।‘’
तीजन यादव के पति बताते हैं ‘’रात्रि 9 बजे के समय प्रसव पीड़ा शुरू हो गई समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें । तुरंत मितानिन दीदी को फोन लगाया थोड़ी ही देर में सारी व्यवस्था हो गई और अस्पताल ले आए और सामान्य प्रसव हुआ साथ ही सरकार द्वारा दी जाने वाली योजनाओं का लाभ और बच्चे का टीकाकरण भी तुरंत किया गया । दीपावली के दिन त्यौहार छोड़कर हमारी सेवा में सुचारू रूप से लगे समस्त स्टाफ का मैं हृदय से धन्यवाद करता हूं ।‘’
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने कहती है, “किसी भी प्रकार की इमरजेंसी सेवा के लिए चिकित्सकीय सेवा सुचारू रूप से जारी रही । दीपावली पर आतिशबाजी के दौरान होने वाले हादसों के घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 एंबुलेंस सेवा को अलर्ट पर रखा गया था । दीपावली के दौरान आतिशबाजी के चलते घायलों के साथ ही गर्भवती महिलाओं को, दुर्घटना में घायल लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके इसके लिए 24 घंटे एंबुलेंस की तैनाती व्यवस्था की गई थी ।“
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल ने लोगों से अपील की है कि “पर्व में बाहर निकलते वक्त अपने चेहरे पर मास्क जरूर लगाएं। इसके साथ ही शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें। यह दो चीजें करके संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है।“
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