12 सेमी लंबी पूंछ के साथ जन्मा बच्चा, कुदरत का करिश्मा देख जानिए क्या बोले वैज्ञानिक…

06 नवंबर (वेदांत समाचार) | ब्राजील में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ है, जिसकी 12 सेमी लंबी पूंछ है. यही नहीं, इस पूंछ के साथ 4 सेंटीमीटर बड़ा मांस का एक टुकड़ा भी जुड़ा है. यह बच्चा 35वें हफ्ते में पैदा हुआ था और बिल्कुल स्वस्थ है.

वैसे तो बंदरों को इंसानों का पूर्वज कहा जाता है, लेकिन आपने शायद ही ऐसा सुना हो कि आज के समय में किसी भी इंसान की कोई पूंछ हो. लेकिन ब्राजील में एक ऐसे बच्चे का जन्म हुआ है, जिसकी 12 सेमी लंबी पूंछ है. यही नहीं, इस पूंछ के साथ 4 सेंटीमीटर बड़ा मांस का एक टुकड़ा भी जुड़ा है. यह बच्चा 35वें हफ्ते में पैदा हुआ था और बिल्कुल स्वस्थ है. इस बच्चे के जन्म से जुड़ी जानकारी और तस्वीरें एक मेडिकल जर्नल में प्रकाशित की गई हैं.

मेडिकल साइंस की दुनिया भी कमाल की है. यहां कभी-कभार ऐसे केस सामने आते हैं, जो दुनिया को हैरान कर देती है. इन्हें देखकर कोई भगवान का चमत्कार, तो कोई श्राप बताता है. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक पूंछ वाले बच्चे की तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं. इस बच्चे का जन्म ब्राजील के उत्तर पूर्व में स्थित तटीय शहर फोर्टालेजा के अल्बर्ट सबिन चिल्ड्रन हॉस्पिटल में हुआ था. यह घटना जनवरी 2021 की बताई जा रही है. इस मामले को जर्नल ऑफ पीडिअट्रिक सर्जरी केस में पब्लिश किया गया है.

हालांकि, इस मामले को लेकर मेडिकल साइंस ने हैरानी नहीं जताई है. डॉक्टरों ने बताया कि अभी तक ऐसे केवल 40 मामले देखने को मिले हैं. बच्चे ने 12 सेंटीमीटर लंबी पूंछ के साथ जन्म लिया था. लेकिन सर्जरी कर उसकी पूंछ हटा दी गई है. डॉक्टरों ने बताया कि इस पूंछ में कोई हड्डी नहीं थी. मेडिकल साइंस के मुताबिक, गर्भ में हर बच्चा एक पूंछ से जुड़ा होता है. लेकिन कुछ वक्त बाद यह शरीर में मिलकर गायब हो जाती है. लेकिन इस केस में बच्चा पूंछ के साथ ही पैदा हो गया. जर्नल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे पहला मामला 19वीं शताब्दी में देखने को मिला था.

इस बच्चे का जन्म नॉर्मिल डिलीवरी के जरिए हुआ था. लेकिन अपनी पूंछ की वजह से यह बच्चा दुनिया में स्पेशल बन गया. बच्चे के मां-बाप का कहना है कि अल्ट्रासाउंड के वक्त डॉक्टरों को ये पूंछ नजर नहीं आई थी. डॉक्टरों ने जन्म के बाद कुछ हफ्ते ऑब्जर्वेशन में रखा. फिर सर्जरी कर उसे हटा दिया. वैज्ञानिकों ने इसे रेयर सिंड्रोम बताया है.