बिलासपुर 30 अक्टूबर ( वेदांत समाचार ) : बेलतरा सर्किल की टीम ने शनिवार की रात बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने बोलेरो से एक लाख की सागौन गोले की तस्करी करते हुए दो आरोपितों समेत एक खरीदार को गिरफ्तार किया है।
आरोपितों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई। वहीं बोलेरो को राजसात करने की प्रक्रिया चल रही है। बिलासपुर वनमंडलाधिकारी कुमार निशांत को मुखबिर ने सूचना दी कि रात में एक बोलेरो से बड़ी मात्रा में सागौन की तस्करी होने वाली है
इस पर उन्होंने उपवनमंडलाधिकारी सुनील कुमार बच्चन व बिलासपुर वन परिक्षेत्र अधिकारी आलोक नाथ को निर्देश देकर अमले को सतर्क करने के लिए कहा। इसी के तहत सभी सर्किल में चौकसी बढ़ा दी गई। बेलतरा सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी वेदप्रकाश शर्मा टीम के साथ गश्त कर रहे थे। तभी लिम्हा की तरफ से एक सफेद रंग की बोलेरो बेलपारा बस्ती के अंदर घुसी। टीम को संदेह हुआ।
इस पर उन्होंने बोलेरो का पीछा किया। बस्ती में पहुंचने के बाद जो नजारा सामने दिखा, उसे देखकर टीम हैरान रह गई। बोलेरो क्रमांक सीजी 13 यूसी 1715 का पीछे के हिस्से में सागौन के गोले रखे हुए थे। जिसे दो लोग बलराम कश्यप के घर के आंगन में रख रहे थे। पूरी सुरक्षा के साथ घेराबंदी करते हुए दोनों आरोपितों को रंगे हाथों पकड़ लिया। पूछताछ करने पर वाहन चालक ने अपना नाम कवल सिंह सोरठे पिता बलराम सिंह सोरठे निवासी लिम्हा व हरीश चंद्र सोरठे पिता मनभावन सिंह सोरठे निवासी लिम्हा बताया।
वनोपज परिवहन के संबंध में आरोपित किसी तरह दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। ऐसी स्थिति आरोपित समेत बोलेरो व सागौन जब्त करने के साथ भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 26,52, छत्तीसगढ़ अभिवहन नियम 2001 एवं छत्तीसगढ़ व्यापार विनियमन अधिनियम 1969 की धारा 5,15,16 तथा काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। इस कार्रवाई में सर्किल प्रभारी शर्मा के साथ- साथ वन रक्षक लोकमणी त्रिपाठी , नीतीश कुमार भार्गव ,दिलहरण मरावी आदि शामिल रहे।
लिम्हा के जंगल से काटे थे पेड़
गिरफ्तार करने के बाद आरोपितों से पूछताछ की गई, तब उनका कहना था कि यह गोले लिम्हा के जंगल के हैं। यहीं से दोनों ने मिलकर हाथा आरा मशीन से कटाई की। इसके बाद वाहन में लोड करने के बाद बलराम कश्यप पिता तुलसी कश्यप निवासी बेलपारा के निर्माणाधीन मकान के लिए दरवाजा बनाने देने आए हैं।
पहले भी कर चुके हैं तस्करी
आरोपित पहले भी अवैध तरीके से वनोपज की तस्करी कर चुके हैं। पूछताछ में यह बात भी सामने आई है। विभाग ने पूरी जानकारी खंगाल रहा है। आरोपितों के निशानदेही पर कुछ और जगहों पर छापेमार कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में और भी लोगों के पकड़े जाने की उम्मीद है।
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