सहारा अभिकर्ताओ के साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना, मारपीट, एफ.आई.आर. पर सुरक्षा प्रदान करे पुलिस

कोरबा 29 अक्टूबर ( वेदांत समाचार ) / आज सहारा इंडिया के कोरबा में काम करने वाले लोग कोरबा sp कार्यालय पहुचे और अपनी पूरी कहानी कोरबा पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन पत्र देकर निवेदन किया है आवेदन में लिखा है ,सहारा इंडिया संस्थान इस भारत देश की बड़ी संस्था है। जब देश के 135 करोड़ जनता की बात आती है तो उसमें से कई लाखों की रोजी-रोटी का एकमात्र साधन सहारा इंडिया है, लेकिन विगत वर्ष-2012 से चल रहे सहारा सेबी विवाद के कारण सहारा के क्षेत्रीय और कार्यालय कार्यकर्ताओं को तमाम आर्थिक एवं सामाजिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।

सहारा इंडिया परिवार में हमेशा से ही देश के सभी क्षेत्रों में, चाहे वो आर्थिक क्षेत्र हो, सामाजिक क्षेत्र, खेल जगत हो या देश पर आए किसी संकट किया विपदा की घड़ी रही हो सदैव सहयोग किया है।रोजगार के साधन उत्पन्न करके देश के युवाओं को रोजगार प्रदान किया है।

देश के करोड़ों करोड़ मुख्यतः आर्थिक रुप से कमजोर वर्गों में पूंजी निवेश एवं बचत का तरीका देकर आर्थिक रुप से मजबूत बनाया। सहारा समूह देश का एक बड़ा कॉरपोरेट व्यवसायिक घराना है, लेकिन मुख्यतः सहारा-सेबी प्रकरण के चलते परेशानियों के दौर से गुजर रहा है।

कहा जाता है, प्रत्येक समस्या का समाधान है और जबकि समस्या से बहुत बड़ा समूह प्रभावित हो रहा है तो समस्या के गंभीरता पर ध्यान देना अति आवश्यक हो जाता है सहारा-सेबी प्ररकण में कहाँ गलती हुई, किस तरह से किसकी गलती है प्रकरण का विषय हो सकता है लेकिन जब समस्या देश की करोड़ो जनता से जुड़ी हो, तो सब समय रहते निराकरण नितांत आवश्यक हो जाता है।

भारतीय अर्थ व्यवस्था में सहारा इंडिया परिवार का मुख्य योगदान रहा है और आगे भविष्य में भी भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में संस्था किसी से पीछे नहीं रहेगी। कोरोना की इस वैश्विक महामारी में आज पूरा देश मंदी की मार से जूझ रहा है।

ऐसी स्थिति में यदि इस मुद्दे को अतिशीघ्र सुलझाकर भुगतान जमकर्ताओ और कार्यकर्ताओं को प्रदान कराया जाता है तो यह राष्ट्र के लिए एक बहुत ही बड़ा विकास पूर्ण सहयोग साबित होगा। पूरा राष्ट्र आपके इस उपकार के लिए सदैव कृतज्ञ और ऋणी रहेगा।

सहारा इंडिया बनाम सेबी के बीच माननीय सर्वोच्च न्यायालय में एक विवाद चल रहा है जिसमें माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा पूरे सहारा इंडिया ग्रूप पर प्रतिबंध लगा रखा है जिसमें सहारा इंडिया ग्रूप अपनी कोई संपत्ति को बेचान नहीं कर सकती है बेचान करेगी तो वह राशि सहारा इंडिया सेबी के खाते में जमा होगी,

सहारा इंडिया अपने सम्मानित जमाकर्ताओं को भुगतान व अपने कर्मचारियों को वेतन या अन्य खर्च में उपयोग नहीं कर सकती है। सहारा इंडिया को सहारा इंडिया बनाम् सेबी के एकाउंट में 24,760 करोड़ जमा करवाना है जिसमें सहारा इंडिया ने उस खाते में 23,191 करोड़ जमा करवा दिया गया है एवं

सेबी के द्वारा मात्र 129 करोड़ का भुगतान ही सम्मानित जमा कर्ताओं को किया गया है, जो सेबी के द्वारा अपने बैलेंश शीट में बताई गई, ऐसी स्थिति में शेष जमा राशि सहारा इंडिया को लौटाई जाये, जिससे सहारा इंडिया अपने सम्मानित जमाकर्ताओं को भुगतान कर सके जो करीब 6 करोड़ से भी अधिक पूरे भारत वर्ष में विद्यमान है।

जिन्हे अपनी जमा राशि डूब जाने का भय है एवं लगभग 12 लाख कार्यकर्ता जो वर्तमान में सहारा इंडिया में कार्यरत है जिनको जीवन यापन का साधन समाप्त होने का अंदेशा है। उन्हे भुगतान करके कार्यकर्ताओं का रोजगार नियमित किया जा सके। वर्तमान में कोरोना काल के उपरांत सम्मानित जमाकर्ताओ और कार्यकर्ताओं को भुगतान की बहुत ज्यादा जरुरत है।

अभी देश का प्रत्येक नागरिक आर्थिक संकट से जूझ रहा है अपने अति महत्वपूर्ण कार्य करने में जैसे – 1शादी-ब्याह, बीमारी, बच्चों को पढ़ाई इत्यादि में बहुत दिक्कत हो रही है। श्रीमान् से अनुरोध है कि आप श्रीमान् माननीय सर्वोच्च न्यायालय में इस केश की जल्दी से जल्दी सुनवाई करवाते हुए राहत दिलवाई जाये, जिससे सम्मानित जमाकर्ताओं को भुगतान कर उन्हे राहत दी जा सके एवं कार्यकर्ता भी अपना जीवन सुखमय यापन कर सकें।

अतः आप महोदय से करबद्ध विनम्र निवेदन है कि इस विषम परिस्थिति को देखते हुए सहारा-सेबी विवाद को जल्द निस्तारण कराने का कष्ट करें एवं फिल्ड में सहारा कार्यकर्ताओं के साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना, मारपीट, एफ.आई.आर. आदि नहीं हो इस हेतु सुरक्षा दिलाने की कृपा करावें