सुकमा,07 मार्च 2025 (वेदांत समाचार) । जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय
01 महिला सहित कुल 05 नक्सलियों क्रमशः
01. माड़वी नंदा पिता भीमा (पेद्दाबोड़केल आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष ईनामी 02 लाख) निवासी करंगढ सरपंचपारा करकनगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा (छ0ग0)
02. मड़कम माड़ा पिता स्व0 नंदा (पेद्दाबोड़केल आरपीसी डीएकेएमएस अध्यक्ष ईनामी 02 लाख) उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया निवासी करकनगुड़ा सरपंचपारा थाना चिंतालनार जिला सुकमा (छ0ग0)
03. महिला कवासी पाले पति स्व0 पोज्जा (ग्राम करकनगुड़ा केएमएस अध्यक्ष) उम्र लगभग 44 वर्ष जाति मुरिया निवासी करकनगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा (छ0ग0)
04. मड़कम दषरू पिता हिड़मा (पेद्दाबोड़केल आरपीसी सीएनएम उपाध्यक्ष) उम्र लगभग 34 वर्ष जाति मुरिया निवासी भीमापुरम थाना चिंतलनार जिला सुकमा (छ0ग0)
05. मड़कम नंदा पिता स्व0 हड़मा (ग्राम करकनगुड़ा मिलिषिया सदस्य) उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी करकनगुड़ सरपंचपारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा (छ0ग0) के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से आज दिनांक 07.03.2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में सुखविन्द्र सिंह सहायक कमाण्डेन्ट 223 वाहिनी सीआरपीएफ, सहिल छिकारा, सहायक कमाण्डेन्ट 203 कोबरा वाहिनी एवं निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल जिला सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा के कार्मिकों की रही विशेष भूमिका।
उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के प्रोत्साहन राशि व अन्य सुविधायें प्रदान किये जायेगें।