भूविस्थापितो ने निकाली हुंकार रैली:ढेलवाडीह महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष घण्टो प्रदर्शन के बाद सीएमडी के नाम सौपी ज्ञापन

बांकीमोंगरा /कटघोरा ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के आव्हान पर ढेलवाडीह-सिंघाली-बगदेवा परियोजना अंतर्गत गोदग्रामो की विभिन्न समस्याओं को लेकर अरदा चौक से ढेलवाडीह तक भुविस्थापित किसान हुंकार रैली निकालकर ढेलवाडीह महाप्रबंधक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया और सीएमडी को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया है ।

ऊर्जाधानी भुविस्थापित किसान कल्याण समिति के आव्हान पर रैली और प्रदर्शन में ढेलवाडीह सिंघाली बगदेवा परियोजना से प्रभावित ग्राम सिंघाली ,ढपढप ,भेजिनारा , अभयपुर अरदा, हर्राभाठा आदि ग्राम के सैकड़ो भुविस्थापित जिसमे बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल थी । उर्जाधानी संगठन के साथ साथ ग्राम पंचायत अरदा , ढपढप , सिंघाली अभयपुर और शुक्लाखार के सरपंचों द्वारा सयुंक्त रूप से हस्ताक्षरित ज्ञापन देते हुए बार बार किये जा रहे मांगो का पुनः स्मरण कराया गया और आरोप लगाया गया कि :-

▪️कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत प्रभावित ग्रामो का समुचित विकास कार्य नही कराया गया है ।

▪️कुछ वर्षों पूर्व खदान के कारण ग्राम ढपढप के 28 निजी कुंआ धंस गया था । आज तक मुआवजा नही दिया गया । यहीं पर अभी भी खदान में होने वाली ब्लास्टिंग के कारण मकानों में दरार पड़ रही है और कभी भी बड़ी दुर्घटना की संभावना बनी हुई है ।

▪️सिंघाली परियोजना के लिये अर्जित भूमि के एवज में 276 लोंगो को आज तक रोजगार व मुआवजा प्रदान नही किया गया है । जबकि इसमें से 94 लोंगो को पात्र मानकर साक्षात्कार भी किया जा चुका है ।

▪️अभयपुर भेजिनारा में भूमिगत खदान में किये जाने वाले ब्लास्टिंग के कारण कई बार बड़ा दुर्घटना हो चुका है बड़े होल ,बोर धसने तथा मकानों में दरार आने की शिकायतें है । पिछले साल भी इसी तरह की घटना हुई थी ।

▪️ इन ग्रामो की आबादी वाले क्षेत्र में माइनिंग अथवा डी-पीलरिंग करने के पहले ग्राम सभा मे अनुमति नही ली गयी ।

▪️उल्लेखित सभी ग्रामो में खदान के कारण ही जल स्रोत पर विपरीत प्रभाव पड़ा है और कृषि कार्य सहित निस्तार और पेयजल की समस्या उत्पन्न हुआ है जिसका उपाय करने के लिए सार्थक प्रयास कभी भी नही किया गया है ।

▪️कृषि से जुड़े रोजगार मुलक कार्य पर्याप्त नही होने के कारण गांवों में बेरोजगारी की बड़ी समस्या सामने आयी है ।

▪️इन गांवों में बुनियादी सुविधाएं नही मिल पाने के कारण देश हित मे अपनी जमीन देने वाले किसानों की हालात बद से बदतर हो चुकी है इन समस्याओ को रखते हुए मांग किया गया है कि उल्लेखित ग्रामो में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति किया जाए । रोजगार मुआवजा के प्रकरणों का समाधान किया जाए । बेरोजगार युवाओं एवं महिलाओं के लिए वैकल्पिक रोजगार स्व रोजगार की व्यवस्था किया जाए । पाइप लाइन एवं बोर लगाकर हर घर मे पानी की आपूर्ति किया जाए । कृषि कार्य, स्कूल ,आंगनबाड़ी सामुदायिक भवन , सड़क आधारभूत अधोसंरचना के लिए तत्काल फण्ड रिलीज कर विकास कार्य करना सुनिश्चित किया जाए । कहा गया है कि मांगो को संज्ञान में लेकर देश व समाज के लिए अपना सर्वस्व कुर्बान करने वाले आदिवासी पिछड़े तबके के भुविस्थापित परिवारों समस्याओ का समाधान किया जाएगा एवं उनकी सर्वांगीण विकास के लिए कड़े कदम उठाएंगे तथा ज्ञापन में स्पष्ट चेतावनी दी गयी है अगर मांगो की अनदेखी की जाती है तो उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूर्ण जिम्मेदार एसईसीएल प्रबंधन व प्रशासन होगी ।

▪️ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री सपुरन कुलदीप ने प्रदर्शन के दौरान अपने सम्बोधन में कहा कि भूविस्थापितो की छाती में देश विकास का नींव गाड़ा गया है और उनकी सुध नही ली जा रही है । लोंगो को अपने मूलभूत अधिकारों के लिए सड़कों में उतरने मजबूर होना पड़ा है । उन्होंने क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि पिछले चुनाव में यहां से मंत्री सांसद , विधायक सहित दुसरे सभी चुने गए प्रतिनिधि हर सभाओं में भूविस्थापितो की ही बात करते थे किंतु चुनाव बीत जाने और सत्ता में पहुंच जाने के बाद सारे वादे भूल चुके हैं । उन्होंने कहा एसईसीएल के सभी क्षेत्रों की समस्याओ की निराकरण की मांग पर पिछले 3 अक्टूबर से शांतिपूर्ण आंदोलन शुरू किया गया है । दीपका गेवरा और कुसमुंडा क्षेत्र में इसे लेकर आंदोलन चल रहा है अब कोरबा क्षेत्र में भी इसका विस्तार हो रहा है । आंदोलन आगामी चरण में जिले के सभी खदानों में एक साथ उत्पादन और डिस्पेच रोक दी जाएगी ।

रैली में शामिल गजेंद्र सिंह ठाकुर ललित महिलांगे संतोष दास महंत राहुल जायसवाल राजराम गीता बिंझवार सीता मटकुनवर तीज कुंवर सकून कंवर कमलेश बाई धन कुंवर क्रांति कंवर केशव नारायण जायसवाल महावीर सिंह सागर कंवर नारायण सिंह प्रकाश देवांगन राज दीवान राजू पटेल धर्मसिंह भुजबल सिंह रामकुमार केंवेट विनोद यादव महेत्तर दास राजू यादव योगेश यादव रामकुमार अजय यादव अर्जुन वस्त्रकार प्रकाश दास त्रिभुवन सिंह गजाधर महेंद्र देवेंद्र प्रेम लक्ष्मी बाई निर्मलकर देव कुमार उमेश बाई सहोन्द्र बाई अमेरिका बाई अहिल्याबाई नोनी कुंवर शांति बाई द्रोपति बाई सुशीला बाई हरनारायण यादव श्याम दास अमृत बाई बंधन कुंवर गणेश बाई सावित्री बाई गणेशी बाई अनेक गांव के समस्त भूविस्थापित उपस्थित थे ।

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