सेंट्रल बैंक के शाखा प्रबंधक को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते सीबीआइ ने रंगे हाथ पकड़ा

जबलपुर, 22 अक्टूबर (वेदांत समाचार) । कियोस्क केंद्र के संचालन की अनुमति देने के लिए रिश्वत की मांग करना बैंक के प्रबंधक को महंगा पड़ा। आवेदक की शिकायत पर सीबीआइ ने बैंक प्रबंधक को रिश्वत लेते हुए पकड़ने के लिए जाल बिछाया। गुरुवार को जैसे ही आवेदक ने उसे रिश्वत के 10 हजार रुपये दिए, घात लगाए बैठै सीबीआइ अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। कार्रवाई ढीमरखेड़ा कटनी स्थित सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की सिलौंडी शाखा में की गई।

कियोस्‍क खोलने किया था आवेदन :  जानकारी के मुताबिक शिव चौक सिलौंडी निवासी जितेंद्र कुमार साहू ने कछार गांव में कियोस्क केंद्र खोलने के लिए सेंट्रल बैंक आफ इंडिया की सिलौंडी शाखा में पांच अक्टूबर को आवेदन किया था। शाखा प्रबंधक शशिकांत मिश्रा ने कियोस्क सेंटर संचालन की अनुमति के संबंध में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया और इशारे से रिश्वत की मांग की। 20 अक्टूबर तक बैंक प्रबंधन से संतोषजनक उत्तर न मिलने पर जितेंद्र ने अपने भाई दिलीप साहू को शाखा प्रबंधक मिश्रा के पास भेजा।

दिलीप से बातचीत करने पर प्रबंधक मिश्रा ने 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की। मिश्रा ने कहा कि रिश्वत की रकम न मिलने पर कियोस्क के संचालन की अनुमति नहीं दी जाएगी। रिश्वत की मांग से नाराज जितेंद्र ने सीबीआइ एसपी अजय दुबे से शिकायत की। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसपी दुबे ने कार्रवाई के निर्देश दिए।

सीबीआइ निरीक्षक जेजेे दामले के नेतृत्व में गुरुवार को सिलौंडी पहुंची टीम ने प्रबंधक को पकड़ने की योजना बनाई। आवेदक ने जैसे ही प्रबंधक मिश्रा को रिश्वत के 10 हजार रुपये दिए, घात लगाए बैठे सीबीआइ के अधिकारियों ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।

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