रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के कार्यकारणी की शनिवार 10:00 बजे से बैठक होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कल देर रात दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वे प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ इस बैठक में शामिल होंगे।
इस बैठक कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी की यह बैठक जी-23 समूह के नेताओं की ओर से संवाद की मांग और हाल ही कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के मद्देनजर हो रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस को कोई नया अध्यक्ष मिलेगा या फिर कमान एक बार फिर गांधी परिवार के हाथ में जाएगी।
कांग्रेस पार्टी का विचार यह है कि मार्च 2022 में 5 राज्यों में होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनावों के बाबत आंतरिक चुनाव प्रक्रिया अब संभव नहीं हो सकती है। इसके विपरीत, पार्टी सदस्यता अभियान शुरू कर सकती है जो आगे होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए पहला आवश्यक कदम है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कार्यसमिति अगले पार्टी चुनाव को विधानसभा चुनावों के बाद कराने पर विचार कर सकती है। वहीं, इस मुद्दे पर स्पष्टता के अभाव में अंतरिम व्यवस्था के रूप में कुछ कांग्रेस नेताओं के बारे में अटकलें तेज हो गई हैं, जिसमें सचिन पायलट और कमलनाथ के नाम शामिल हैं।
G-23 नेता चुनाव के लिए लगातार बना रहे दबाव
G-23 समूह के नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी। गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। वहीं, वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान के बीच पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए। इसके साथ ही संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए।
बीते डेढ़ साल से चल रही नए अध्यक्ष के चुनाव की मांग
हालांकि कांग्रेस पिछले डेढ़ साल से नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की मांग से परेशान है, लेकिन विरोधाभास यह है कि यह अवधि वास्तव में पार्टी को निर्धारित चुनावी कैलेंडर 2022 के अंत के करीब लेकर पहुंच गई गई है। कांग्रेस में पिछला आंतरिक चुनाव 2017 दिसंबर में 5 साल की अवधि के लिए हुआ था, लेकिन राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों में पराजय के बाद मई 2019 में बीच में ही पद छोड़ दिया था। उसके बाद से सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम देख रही हैं।
कार्यसमिति की बैठक में इन मुद्दों पर भी हो सकती है चर्चा
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में 5 राज्यों में कुछ महीने के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों, मौजूदा राजनीतिक हालात के साथ ही लखीमपुर खीरी हिंसा घटना, दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन, बेरोजगारी, महंगाई और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। इसके अलावा बैठक में कुछ प्रस्ताव भी पारित किए जा सकते हैं।
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