स्टेट साइक्लिंग रेस में अब बेटियों ने लहराई विजय पताका

कोरबा 10 अक्टूबर (वेदांत समाचार)  21वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में कोरबा के बालकों के बाद अब बेटियों ने भी कमाल कर दिखाया है। अंडर-17 वर्ष आयु से बालिका वर्ग की साइक्लिंग में बिलासपुर संभाग से प्रतिनिधित्व करते हुए कोरबा की दो ऊर्जावान खिलाड़ियों ने रेस में जीत हासिल की है। इनमें प्रथम स्थान पर रही होनहार छात्रा अनम और चतुर्थ स्थान पर रही मोनिषा शामिल हैं, जिन्होंने दस किलोमीटर की साइकिल रेस में उम्दा प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्पर्धा में जगह पक्की कर ली है।जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग रायगढ़ के तत्वावधान में आयोजित बालक-बालिकाओं की यह 21वीं राज्य स्तरीय साइक्लिंग स्पर्धा सात से दस अक्टूबर के बीच आयोजित की गाय। इस स्पर्धा में कोरबा के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर जिले को गौरवांन्वित किया है। प्रतियोगिता में प्रदेशभर से कुल पांच संभाग के खिलाड़ियों ने भाग लेकर यह खिताब प्राप्त करने जोर आजमाइश की थी। इनमें बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, सरगुजा एवं बस्तर संभाग शामिल हैं।

साइक्लिंग के इस उत्साहजन खेल में रोमांचक प्रदर्शन करते हुए कक्षा आठवीं की छात्रा अनम सिद्धकी ने रेस में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अनम सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल की छात्रा है। इसी तरह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुमान में कक्षा दसवीं की छात्रा मोनिषा कंवर ने चौथा स्थान प्राप्त किया है। इससे पहले बालक वर्ग में उज्ज्वल ने इस स्पर्धा में कोरबा के लिए पहली बार जीत दर्ज कर खुशियों से भरी हैरानी दी, जिससे जिले के खेल प्रमियों में खुशी का वातावरण है।

दूसरे रेसर को अनम ने आधा किमी के अंतर से पछाड़ा

राज्य स्तरीय साइक्लिंग में प्रथम रही छात्रा अनम सिद्दिकी ने न केवल जीत दर्ज की, उसने अपने निकटतम प्रतिस्पर्धी यानि दूसरे स्थान पर रही रेसर को आधा किलोमीटर के अंतर से बाजी मारी है। यह अपने आप में कोरबा के लिए गर्व और खुशी का मौका है, जिसके बूते साइक्लिंग में कोरबा वर्चस्व कायम हुआ और इस स्पर्धा में नए चैंपियन के रूप में उभरकर नया कीर्तिमान रचा गया। अनम सिद्दीकी के पिताजी जाहिद सिद्धकी भी बहुत अच्छे साइकिलिस्ट हैं और एक दिन पहले बालक वर्ग में उपविजेता रहे अजहर सिद्दीकी उनके ही भतीजे हैं।

साइक्लिंग गुरु गौतम की शागिर्द हैं मोनिषा

मनीषा कंवर के पिता दिल हरण सिंह कंवर एक किसान हैं, जिन्होंने मनीषा को काफी प्रोत्साहित किया। उसकी सफलता के पीछे उनके प्रशिक्षक गौतम दुबे का हाथ है, जिन्होंने दिन-रात प्रशिक्षण प्राप्त कर उसे इस स्तर पर पहुंचाया। गौतम न केवल इन होनहारों में खेल प्रतिभा तराशते हैं, उन्हें साइकिल की सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं। गौतम स्वयं भी राज्य स्तरीय साइकिल प्रतियोगिता के चैंपियन रह चुके हैं। अनम और मोनिषा की इस सफलता के लिए शासकीय ईवीपीजी कालेज के खेल विभाग के प्रभारी एवं साइक्लिस्ट डा बीएस राव ने खुशी व्यक्त की है।

इससे पहले बालक वर्ग की खिताबी जीत

साइक्लिंग की स्टेट स्पर्धा में विजेता बन कोरबा ने रचा इतिहास इसी स्पर्धा में एक दिन पहले अंडर-17 वर्ष आयु बालक वर्ग की साइक्लिंग में बिलासपुर संभाग से प्रतिनिधित्व करते हुए उज्ज्वल तिवारी ने बिलासपुर संभाग का प्रतिनिधित्व करते हुए पहली बार कोरबा के खाते में विजेता का खिताब हासिल कर इतिहास रचा था। उज्जवल की सफलता के पीछे उनके चाचा पुष्कर तिवारी का बहुत बड़ा योगदान है। वे स्वयं भी बहुत अच्छे साइकिलिस्ट और बहुत उम्दा फुटबालर भी हैं।

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