छत्‍तीसगढ़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोहिल ने समझाया असली और फर्जी राष्ट्रवाद का मतलब

रायपुर, 9 अक्टूबर (वेदांत समाचार) । छत्‍तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित कांग्रेस मुख्‍यालयराजीव भवन में आयोजित पत्रकारवार्ता में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने फर्जी और असली राष्ट्रवाद का मतलब समझाया। कांग्रेस देश के हित में काम करती है और कभी ढिंढोरा नहीं पीटती। पाकिस्तान का बंटवारा इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुआ, लेकिन कांग्रेस ने इसे कभी चुनावी मुद्दा नहीं बनाया। नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश कांग्रेस सरकार के समय अच्छे पड़ोसी थे, लेकिन आज परिस्थिति बदल गई है।

गोहिल ने भाजपा सरकार में हुए संसद हमले, कंधार कांड, अक्षरधाम मंदिर, पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि देश की बात पर कांग्रेस विपक्षी सरकार के साथ भी खड़ी रहती है। लेकिन मोदी सरकार फर्जी राष्ट्रवाद का नाम लेकर वोटरों को गुमराह करती है। गोहिल से सवाल किया गया कि प्रशांत किशोर ने कहा है कि लखीमपुर में कांग्रेस नेताओं के जाने से कोई राजनीतिक फायदा नहीं होगा।

गोहिल ने कहा कि कांग्रेस वोटबैंक की राजनीति नहीं करती है। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी दुखी परिवार के लोगों को गले मिलने गए थे। उनके दुख को कम करने गए थे। जो लोग वोट बैंक की राजनीति को देखकर पीड़ितों के पास पहुंचते हैं, उनके लिए नफा-नुकसान मायने रखता हैगोहिल ने कहा कि नफा-नुकसान की राजनीति के कारण ही कश्मीर एक बार फिर अशांत हो गया। यूपीए सरकार तक कश्मीर में शांति आ गई थी, लेकिन मोदी सरकार ने ऐसी कौन सी छेड़छाड़ की कि कश्मीर की शांति को आग लग गई।

लालू भी डर गए होते तो एनडीए में मंत्री होते

कांग्रेस नेताओं के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर गोहिल ने कहा कि बहुत से ऐसे नेता हैं, जो दिल से कांग्रेसी हैं, लेकिन वे दबाव में भाजपा में शामिल हो रहे हैं। भाजपा नेताओं को ईडी और इनकम टैक्स का दबाव देती है। जो नेता अपने या परिवार के कारोबार की चिंता करते हैं, वो भाजपा में शामिल हो जाते हैं। बिहार में लालू प्रसाद यादव ने चिंता नहीं की तो जेल चले गए। उनके पास भी रास्ता था कि वो जेल की जगह महल में रह सकते थे। लालू भी डर गए होते तो एनडीए में मंत्री होते।