रायपुर 9 अक्टूबर (वेदांत समाचार) : माता कौशल्या मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सांस्कृतिक कार्यक्रम में दूसरे दिन भी पहुंचे। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने आए रिसामा की श्रीराम लीला मंडली के कलाकारों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया। कलाकार भी मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर फूले नहीं समाए नहीं पाए और उन्हें श्रीराम की गाथा सुनाई। कलाकारों ने मुख्यमंत्री के साथ अपने मोबाइल से सेल्फी ली और तस्वीरें खिंचवाईं।
इस मौके पर पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, छत्तीसगढ़ राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास भी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम और माता सीता बने कलाकारों की आरती उतारी। माता कौशल्या मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और सुख-समृद्धि की कामना की।
जस जगराता और भजन से समा बांधा छह सगी बहनों ने
राम वन गमन पर्यटन परिपथ समारोह के माता कौशल्या मंदिर चंदखुरी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में अद्भुत नजारा देखने को मिला। राजनांदगांव के एकता मानस सिन्हा परिवार ने जस जगराता और भजन की शानदार प्रस्तुति दी। छह सगी बहनों ने छतीसगढ़ी में मोर गांव के शीतला माता.. और छत्तीसगढ़ के राजकीय गीत अरपा पैरी के धार सहित अन्य गीतों को अपने अंदाज में प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी।
साथ ही श्रीराम की लीलाओं का वर्णन किया। इस बीच आपसी जुगलबंदी से गीत और संगीत से बहनों ने कार्यक्रम में उत्साह और जोश भर दिया। छह बहनों में से दुर्गा सिन्हा ने जहां अपने मधुर स्वर से सबको अपनी ओर आकर्षित किया। श्रद्धा सिन्हा ने ढोल, तनुजा सिन्हा ने आर्गन, अंजलि सिन्हा ने बेंजो, नूतन सिन्हा ने बांसुरी और डाली सिन्हा ने आक्टोपैड में अपनी हुनर दिखाते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।
इधर, ग्रामीण बालमुकुंद, जवाहरलाल, उमेश यादव, संजू देवांगन, पूनम सिन्हा, दुलारी बाई, ऊषा यादव, रेणु साहू, अंजुलता और पवन साहू ने बताया कि चंदखुरी में विगत कई साल से माता कौशल्या के मंदिर में दर्शन करने आते रहते हैं। सरकार ने श्रीराम की ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के साथ आसपास के तालाब का सुंदरीकरण कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर यहां की महत्ता को बढ़ा दिया है। आज चंदखुरी की पहचान और भी बढ़ गई है।
आज के सांस्कृतिक कार्यक्रम
माता कौशल्या मंदिर चंदखुरी में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन शनिवार को दोपहर दो बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां होंगी। सुशील मिश्रा, सीतापुर सरगुजा, भजन मंडली द्वारा भजन गायन के साथ-साथ धनुषधारी दास, देवगढ़ सरगुजा, विष्णुधाम रामायण मंडली, मनोहर ध्रुवे, केरजू, सरगुजा, उत्तेश्वर मानस मंडली और लुकेश्वर प्रजापति, सरगुजा, रामकृष्ण रामायण मंडली द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी। इसके बाद बाबा सत्यनारायण मौर्य, मुंबई- सुनो रे राम कहानी प्रस्तुत की जाएगी।
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