5 वर्षों में नहीं बन पाया पुरैना का पंचायत भवन

पंचायत की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल पंचों ने लगाए सरपंच की कार्यशैली पर सवाल।

करतला – करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत पुरेना में वर्ष 2016-17 में लगभग 16 लाख रुपए की लागत से नवीन ग्राम पंचायत भवन की स्वीकृति प्राप्त हुई थी जिसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया था तथा 16 लाख रुपए की राशि में से 13 लाख रुपए का आहरण भी कर लिया गया है पर ग्राम पंचायत पुरेना का नवीन पंचायत भवन आज भी अपनी पूर्णता को तरस रहा है तथा अपनी पूर्णता के इंतजार में अर्ध निर्मित भवन खंडहर होने की कगार में है। आज से लगभग 5 वर्ष पहले इस नवीन पंचायत भवन का कार्य पूर्व सरपंच श्रीमती शकुंतला कंवर के शासनकाल में शुरू किया गया था जो कि उनके कार्यकाल में पूर्ण नहीं हो पाया गांव की जनता को उम्मीद थी कि जो कार्य शकुंतला कंवर के शासन काल में नही हो पाया या अधूरा छूट गया है उसे नवीन सरपंच श्रीमती तीज बाई कंवर अवश्य पूरा करेगी परंतु गांव की सत्ता पर आसीन होते ही शायद वर्तमान सरपंच भी सत्ता की चमक चौंध में इतनी डूब गई की 2016 – 17 में स्वीकृत हुआ काम आज तक पूरा नहीं हो सका।

अब तो गांव की जनता भी पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने लगी है ग्राम पंचायत पुरेना के वार्ड क्रमांक 6 के पंच कृष्ण कुमार चौहान एवं वार्ड क्रमांक 7 के पंच सिज्जू दास महंत ने ग्रामीणों के साथ मिलकर आरोप लगाया है कि वर्तमान सरपंच ग्रामीण पूर्व पंचायत के अधूरे छोड़े हुए कार्यों को पूरा करने में रुचि नहीं दिखा रहीं हैं जिससे कि पूर्व पंचायत द्वारा प्रारंभ किए गए बहुत से कार्य आज भी अधूरे हैं। जिससे जनता को उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है जिनमें से एक पंचायत भवन भी है जो अब खंडहर होना शुरू हो गया है पंचों ने बताया कि बहुत से मंच ऐसे हैं जो जर्जर अवस्था में हैं जिनके नीचे बच्चे बड़े बुजुर्ग बैठते हैं किसी भी दिन कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है इनकी मरम्मत के लिए भी कई बार कहा जा चुका है पर सरपंच महोदया पंचों की नहीं सुनती हमारे पास हस्ताक्षर के लिए रजिस्टर भी नहीं भेजवाया जाता अपने कुछ विश्वासपात्र पंचों से हस्ताक्षर करवा कर आवश्यक उपस्थिति पूर्ण कर लिया जाता है। पंचों तथा ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पंचायत के कार्यों में एक बाहरी व्यक्ति का दखल कुछ ज्यादा हैं। सरपंच पंचों की सलाह को छोड़ बाहरी व्यक्ति के सलाह का अनुसरण करते है जिसका नतीजा विकास कार्यो की चाल कछुऐ की गति से चल रहा है। पंचों तथा ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन के अपूर्ण होने में अब गलती चाहे पूर्व सरपंच की हो क्या वर्तमान सरपंच की जिसकी भी हो शासन द्वारा ग्राम पंचायत पुरेना के लिए जो राशि नवीन पंचायत भवन निर्माण हेतु स्वीकृत की थी वह अब तक तो बर्बाद ही हो रही है तथा उसका लाभ जिसके की ग्रामीण हकदार भी है ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है ना जाने वह सूरज किस दिन उगेगा जिसकी पहली किरण के साथ पुरेना पंचायत को नवीन भवन प्राप्त होगा तथा अन्य अधूरे कार्य पूर्ण होंगे।

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