स्मार्ट क्लासेज पर लटके ताले, कहीं रखा है अनाज

ग्वालियर,05 अक्टूबर (वेदांत समाचार)  साल 2018 में शहर के 36 शासकीय प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल की कक्षाओं को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट बनाया गया था। तय किया गया था अब विद्यार्थियों को इंटरनेट की मदद से नवीन तरीकों से पढ़ाया जाएगा, लेकिन इन कक्षाओं के मुख्य द्वार पर वर्तमान में ताले डले हुए हैं। कुछ कक्षाओं में तो संबंधित स्कूल प्रबंधन ने अनाज (मिड डे मिल) तक रख दिया है, जबकि आफलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं।

स्कूलों में पहुंचकर हकीकत जाननी चाही तो पता चला कोविड के कारण 18 माह तक ये कक्षाएं बंद रहीं। इस दौरान कक्षाओं की देखरेख नहीं की गई। अलग-अलग स्कूलों के जिम्मेदारों ने बताया वे विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास में पढ़ाने के लिए तैयार हैं, मगर उन्हें इंटरनेट की स्पीड नहीं मिल रही है, साथ ही पाठ्यक्रम भी अपडेट नहीं किया गया है। शासकीय कन्या थाटीपुर स्कूल के प्राचार्य राजीव बंथारिया ने बताया स्कूल बंद होने के कारण कक्षा में अनाज रख दिया है। जिस जगह पर पहले अनाज था वहां पानी आता था।

एनसीईआरटी पाठयक्रम नहीं: शासकीय हरीदर्शन विद्यालय की प्राचार्य नवीता सक्सेना ने बताया कि स्मार्ट क्लास में एमपी बोर्ड के पाठ्यक्रम का संचालन किया जा रहा है, जबकि एमपी बोर्ड सिलेबस को बंद कर एनसीईआरटी पाठ्यक्रम साल 2018 में लागू कर दिया गया था। पुराना सिलेबस होने के कारण विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लासेस में नहीं पढ़ाया जा पा रहा है।

नहीं मिल पा रही इंटरनेट की स्पीड, विद्यार्थियों को कैसे पढ़ाएंः उत्कृष्ट विद्यालय के स्मार्ट क्लासरूम संचालक नीरज बिलहाटिया ने बताया कि स्मार्ट क्लास में विद्यार्थियों को पढ़ाना मुश्किल हो गया है, क्योंकि इंटरनेट की स्पीड नहीं मिल पा रही है। क्लासरूम में बीएसएनएल का कनेक्शन लिया है। स्पीड न मिलने से बच्चों को हम कैसे स्मार्ट क्लास में पढ़ाएं। शुरू-शुरू में शिकायत पर कार्रवाई हो जाती थी, लेकिन अब तो शिकायत के बाद कोई सुनवाई नहीं होती है। इतना ही स्मार्ट सिटी की तरफ से हमें 3जी का डोंगल दिया गया, जो ठीक से नहीं चलता है। समस्या को हल करने में समय लगता है

वर्जन- शासकीय स्कूलों में स्मार्ट क्लासेस को लेकर मिली जानकारी गलत है। समस्याओं का समाधान करने एक वाट्सएप ग्रुप संचालित किया जा रहा है। ग्रुप पर शिक्षकों द्वारा परेशानियों को बताया जाता है और उनका समाधान भी किया जाएगा। समस्या को हल करने में थोड़ा सा समय लगता है।