तान ने बनाया हसदेव पर दबाव, बैराज से छोड़ा 16359 क्यूसेक पानी

कोरबा 15 सितम्बर (वेदांत समाचार)। मौसम विभाग के द्वारा जारी किया अलर्ट ने कोरबा जिले में भी अपना असर दिखाना जारी रखा है। विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश का पानी तान नदी के जरिए हसदेव नदी के जलस्तर को लगातार बढ़ रहा है। इसी कारण से जल संसाधन विभाग के द्वारा हसदेव बेरराज दर्री के एक गेट को 12 फीट तक खोला गया है । इसके जरिए काफी पानी नदी में रिलीज किया गया है।


भादो के महीने में एक बार फिर छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश दमदार तरीके से हो रही हैं। प्रभावित जिलों में कोरबा को भी शामिल किया गया है। मौसम विभाग ने बारिश के सिस्टम को देखते हुए पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था। लोगों को सावधान करने की कोशिश की गई । इधर से 2 दिन से हो रही बारिश के कारण जिले के नदी नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। कोरबा जिले की लाइफलाइन कही जाने वाली हसदेव नदी में पानी की स्थिति बढ़ती जा रही है। खबर के अनुसार हसदेव की सहायक नदी तान मैं ऊपर हिस्से से आने वाला पानी आगे जाने के साथ अपनी मुख्य नदी में शामिल हो रहा है। इसका नतीजा यह है कि अब हसदेव बराज पर दबाव बढ़ता जा रहा है । इसी के चलते जल संसाधन विभाग को अगली स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए आगे आना पड़ा है जानकारी में बताया गया है कि दर्री स्थित हरदेव बैराज के 12 नंबर गेट को वर्तमान स्थिति में 12 फिट खोला गया है। यहां से 16359 क्यूसेक पानी हसदेव में छोड़ा गया है।

जल संसाधन विभाग ने स्पष्ट किया है कि नदी में इतनी मात्रा में पानी छोड़े जाने से निचले इलाकों के सामने किसी प्रकार की समस्या खड़ी नहीं होगी। कारण बताया गया है कि नदी में ही एक स्थान पर स्टॉप डेम बनाया गया है। वहां पर अतिरिक्त पानी को रोकने की व्यवस्था की गई है । ऐसे में खतरे की गुंजाइश नहीं है।


बारिश के सीजन से पहले ही प्रशासन के द्वारा जल संसाधन विभाग से मिली सूचनाओं के आधार पर सर्व सामान्य को अवगत कराया जा चुका है कि हसदेव के तटवर्ती 36 गांव में समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए वहां के लोग संपत्ति को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की व्यवस्था कर लें। सूचना के अनुसार वर्तमान में हसदेव बांगो डैम अपनी कुल भराव क्षमता 359.59 के स्तर के बिल्कुल नजदीक पहुंच गया है। डैम के पूरी तरह लबालब होने के बाद बांगो के गेट खोलने की नौबत आती है और इसी स्थिति में विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा उत्पन्न होता है।


नगर निगम पूरी तरह से तैयार


अतिवृष्टि होने की स्थिति में बांगों बांध और हसदेव बरॉज के अधिक गेट खोलने पर हसदेव नदी में बाढ़ की स्थिति निर्मित होती है। ऐसे में शहरी क्षेत्र के निचले इलाके में समस्याएं पेश आती है। फिलहाल ऐसा कुछ नहीं है। फिर भी अगर आगे दिक्कतें होती हैं तो आसपास के स्कूल सामुदायिक भवन खाली है। वहां पर प्रभावित लोगों को सेल्टर देने के साथ जरूरी सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। नगर निगम की तैयारी पूरी है- अशोक शर्मा, अपर आयुक्त, नगर निगम

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