मनीष महंत,कोरबा, मेसर्स नारायणी संस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड जो की SECL कुसमुंडा खदान में कोल उत्पादन के लिए मिट्टी हटाव के कार्य में नियोजित है, जिसमे शुरू से जब से कम्पनी कुसमुण्डा आई है तब से कुछ न कुछ शरारती तत्वों द्वारा कंपनी में कार्य बंद करवाना अधिकारियों व कर्मचारियों को गाली मारने पीटने की धमकी दे कर कंपनी पर अपनी मन मानी करवाने का जोर देना लगा रहता है,
कंपनी के एचआर मैनेजर (मुकेश सिंह) पर कुछ लोगो द्वारा गलत आरोप व उनके आने जाने वाले रास्तों में पीछा कर के मारने पीटने की साजिश चल रही, है जो की कंपनी के कुछ कार्यरत कर्मचारियों द्वारा जानकारी मिलती है। चुकी कंपनी इनके विरुद्ध पुलिस थाना कुसमुंडा व SECL प्रबंधक कुसमुंडा को भी कई बार ऐसे असामाजिक लोगो के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई गई है,
ऐसे में अगर कंपनी का कार्य बंद हो जाता है, तो कोरबा क्षेत्र में बहुत बड़े पैमाने पर बेरोजगारी उत्पन्न होगी जिसके जिम्मेवार हेमंत नामदेव , विनोद सारथी, नरेश महंत, हेमंत कश्यप व देवनाथ जैसे कुछ और लोग है, जो ऐसे लोगो को बढ़ावा देते है, ताकि ऐसा कर के स्थानीय लोगो को अपने स्वार्थ हेतु बेरोजगार कर गुमराह किया जा सके /
ये वही लोग है जो सिर्फ कंपनियों को बंद करवाने का कार्य करते है, जैसे सद्भाव, एसीबी, जीटीपी व नारायणी जैसी कंपनी में बिना कोई उचित कारण उनके कंपनी में जा कर किसी बहाने उनके कर्मचारियों अधिकारियों को मारना पीटना गाली दे कर जान से मारने की धमकी देते है ।
2 सितम्बर को दोपहर 12:30 लगभग नारायणी के प्रबंधक चक्रधर मोहंती अपने काम पर secl माइंस में थे तभी हेमन्त नामदेव द्वारा माइंस में ही घुसकर उनके बोलेरो वाहन पर डंडे से हमला किया जिससे मोहंती जी को काफी गंभीर चोटें आई ,
इन सरारती लोगो के द्वारा 16 अगस्त को अगस्त को कम्पनी में हड़ताल कराया गया और 17 अगस्त को कम्पनी की खड़ी मर्सडीज ट्रक में आग लग गयी यह यह स्प्ष्ट तो नही हो सका कि ट्रक में आग किसने लगाई लेकिन कम्पनी का इशारा इन्ही के तरफ दिखती नजर आ रही है , इनके खिलाफ कुसमुण्डा थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दिया गया है ,जिसमें नरेश महंत,हेमन्त नामदेव, हेमन्त कश्यप, देवनाथ नामदेव के खिलाफ धारा 147-IPC, 294-IPC, 323-IPC, 341-IPC, 427-IPC, 506-IPC दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है ।
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