रायपुर 22 अगस्त (वेदांत समाचार) । नवा रायपुर में स्थित पुरखौती मुक्तांगन में सैलानियों को जल्द ही एक और सौगात मिलने वाली है। संस्कृति विभाग बुजुर्गों को देखते हुए वहां बैटरी चलित टैक्सी चलाने जा रहा है। फिलहाल विभाग 30 लाख अधिक की कुल छह टैक्सियां खरीद भी ली हैं। जल्द ही पुरखौती मुक्तांगन में इन गाड़ियों को दौड़ाया जाएगा। इसके लिए विभाग ने ट्रायल भी कर लिया है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इन टैक्सियों को अगले माह से शुरू करने वाले हैं। फिलहाल अभी तय नहीं हो पाया है कि इन टैक्सियों का किराया कितना लिया जाएगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इन गाड़ियों का किराया लोगों की बजट को देखकर की तय की जाएगी। इसके लिए बैठकों का दौर जारी है।
पुरखौती मुक्तांगन लगभग 200 एकड़ में फैला है। यह आनंदित उद्यान छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति की एक झलक देता है। यहां छत्तीसगढ़ के जीवंत खजाने पर विभिन्ना लोक कलाएं, अद्भुत परिप्रेक्ष्य प्रदान करते हुए आदिवासियों के जीवन-संबंधी प्रदर्शन है। उल्लेखनीय है कि बस्तर से लेकर सरगुजा के ग्राम्य जीवन शैली को उकेरा है।
मुक्तांगन में बस्तर के आदिवासियों के पारंपरिक शैली के घर बनाने के साथ बस्तर की धुरवा, मुरिया, अबूझमाड़िया और दंडामीमाड़िया जनजाति के ट्राइबल हाउस भी बनाए गए हैं। वहीं घरों में रोजमर्रा से जुड़ी चीजें भी रखी गई हैं। साथ ही अभी कुछ साल पहले सरगुजा और जशपुर की ग्राम्य जीवनशैली की प्रतिकृति को उकेरा है। यहां सरगुजा प्रखंड में ग्रामीण लुक के साथ मैनपाट, तिब्बतियों की मंदिर, गुफा आदि निर्मित हैं।
रोज पहुंचते हैं 500 से अधिक लोग, छुट्टी के दिन तीन गुना
पुरखौती मुक्तांगन की बात करें तो यह राजधानी के प्रमुख टूरिस्ट स्पाट में शामिल है। यही कारण है कि दूसरे राज्य समेत प्रदेश के जिलों से रोज 500 से अधिक सैलानी सैर करने पहुंचते हैं। वहीं इन सैलानियों की संख्या छुट्टी (अवकाश) के दिन 1,500 से 2,000 तक पहुंच जाते हैं।
वर्जन…
00 पुरखौती मुक्तांगन में बैटरी चलित गाड़ी चलेगी। इसका ट्रायल पूरा कर लिया है। फिलहाल अभी किराया तय नहीं है। जल्द ही कर लिया जाएगा।
[metaslider id="347522"]