⭕ लंबे अरसे के बाद विद्यालय में आकर प्रफुल्लित हुए भावी कर्णधार ।
⭕ प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने तिलक लगाकर किया विद्यार्थियों का स्वागत ।
⭕ एक इंसान अपनी पूरी ऊँचाइयों को तब तक प्राप्त नहीं कर सकता है जब तक वह शिक्षित नहीं होगा-प्राचार्य, डॉ. संजय गुप्ता
⭕ शिक्षा का कार्य किसी को गहनता से और गंभीर रूप से सोचना सिखाना है-प्राचार्य, डॉ. संजय गुप्ता*
⭕ हर देश की नींव उसके युवाओं की शिक्षा है-प्राचार्य, डॉ. संजय गुप्ता
कोरबा 2 अगस्त (वेदांत समाचार) यह तो सर्वविदित है कि पिछले डेढ़ सालों से पूरे राष्ट्र में विद्यालय के पट बंद थे । कोविड-19 महामारी के कारण पूरे विश्व में हाहाकार मचा हुआ था। लेकिन स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रित हो रही है एवं जनजीवन भी सामान्य होने लगा है । वैसे तो कोरोना महामारी से प्रत्येक क्षेत्र प्रभावित हुआ है चाहे वह आर्थिक क्षेत्र हो, सामाजिक क्षेत्र हो, रोजगार का क्षेत्र हो या शिक्षा का क्षेत्र भी किसी भी स्तर से कम प्रभावित नहीं हुआ है तो यह कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी । इस अदृश्य महामारी के कारण प्रत्येक कोई अपने-अपने घरों में ही कैद होकर रह गया था । हालांकि शिक्षा के अनवरत संचालन हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की गई थी लेकिन विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु विद्यालय ही सर्वोत्तम स्थान होता है ।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में नए शिक्षा सत्र 2021-22 में आज दिनांक-02/08/2021 को शाला प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया । सरकार के निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए आगंतुक विद्यार्थियों का प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता सहित सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने तिलक लगाकर स्वागत किया । करीब डेड़ साल पश्चात विद्यालय आकर सभी छात्र-छात्राएँ उत्साहित नजर आ रहे थे । सभी के चेहरे पर एक नया जोश व उत्साह नजर आ रहे थे । लंबे दिन बाद विद्यालय में आकर सभी विद्यार्थी प्रसन्न थे । गौरतलब है कि विद्यालय में आने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को मास्क सेनेटाइजर के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन रकने की सख्त हिदायत दी गई । इस निर्देश का विद्यार्थियों ने पालन करते हुए भी दिखे । विद्यार्थियों को शाला के अंदर प्रवेश करने से पूर्व ही सेनेटाइज किया गया एवं उपस्थित शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कोरोना के सभी प्रोटोकॉल्स का पालन करने हेतु प्रेरित किया क्योंकि खतरा अभी भी टला नहीं है। विगत 18 महीने के पश्चात विद्यालय में आकर विद्यार्थियों की खुशी व उत्साह उनके चेहरे से ही बयां हो रही थी । कक्षा 10 वीं की छात्रा स्नेहा प्रसन्नता हो रही है और सही मायने में विद्यालय आकर ही मन लगाकर पढ़ सकते हैं और हमारे प्रत्येक शंकाओं का समाधान विद्यालय में ही होता है ।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि विद्यार्थी तो विद्यालय जैसे उपवन के पुष्प होते हैं । विगत लंबे समय से ये उपवन वीरान था, बंजर था लेकिन अब पुनः इसमें नवजीवन का संचार हुआ । आज विद्यार्थियों के प्रवेश से यह उपवन फिर से पुष्पित व पल्लवित हो गया और इस उपवन में नवजीवन का संचार हो गया । विद्यार्थियों को प्रत्येक क्षेत्र की व्यावहारिक जानकारी विद्यालय में ही उपलब्ध होती है जहाँ विद्यार्थी अध्ययन करते हुए प्रत्येक ज्ञान को अपने जीवन से जोड़ने का प्रयास करता है । चूंकि हम विगत कुछ समय से स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रित होगी तो गवर्नमेन्ट के गाइड लाइन के अनुसार अलग-अलग फेज में स्कूल खोले जाएँगें और विद्यालय में कोरोना के प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन किया जाएगा । हम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास पर 100 प्रतिशत ध्यान केन्द्रित करते हैं और करते रहेंगें । हम शिक्षा के साथ अध्यात्म और विज्ञान के सामंजस्य से विद्यार्थियों को हर संभव बेहतर शिक्षा देने के लिए कृतसंकल्पित हैं ।
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