अर्चना बनी प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्‍यक्ष

मध्‍य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस की वरिष्‍ठ नेता अर्चना जायसवाल (Archana Jaiswal) पर एक बार फिर से पार्टी ने भरोसा जताया है. कांग्रेस ने अर्चना जायसवाल को मध्‍य प्रदेश महिला कांग्रेस (Madhya Pradesh Mahila Congress) की अध्‍यक्ष की कमान सौंपी है. अर्चना जायसवाल दिग्विजय सरकार के दौरान भी महिला कांग्रेस की अध्‍यक्ष रह चुकी हैं.

अध्‍यक्ष पद की दौड़ में उज्जैन की नूरी खान और भोपाल की विभा पटेल के नाम थे, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने इंदौर की अर्चना जायसवाल पर भरोसा जताया है. अर्चना जायसवाल को दिग्विजय खेमे का माना जाता है. महिला कांग्रेस की जिम्‍मेदारी मिलने पर अर्चना जायसवाल ने कहा, पार्टी ने दूसरी बार मुझ पर भरोसा जताया, उसके लिए पार्टी आलाकमान का आभार व्यक्त करती हूं.

महिला कांग्रेस संगठन को जमीनी स्तर तक मजबूत किया जाएगा और 2023 में प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाएंगे. अर्चना जायसवाल ने 2015 में इंदौर महापौर का चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी की मालिनी गौड़ ने उन्हें हरा दिया था.

एमपी कांग्रेस ने दी बधाई

दरअसल, मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मांडवी चौहान का कोरोना से निधन हो गया है. उनके निधन के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में यह पद खाली था. जिस पर अब अर्चना जायसवाल की नियुक्ति की गई है. एमपी कांग्रेस की तरफ से भी ट्वीट कर उन्हें बधाई दी गई है.

कांग्रेस ने अपनाया सोशल इंजीनियरिंग फार्मूला

मालूम हो कि बीजेपी विभिन्न प्रमुख पदों पर जातिगत आधार साधने के लिए नियुक्तियां कर रही हैं. इसी तर्ज पर कांग्रेस ने भी सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाते हुए पिछड़ा वर्ग को संगठन में अहम जगह दी है. अर्चना जायसवाल पार्टी की वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी में विभिन्‍न दायित्वों का निर्वहन कर चुकी हैं.

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