नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार ने ड्यूटी करते समय शहीद हुए दिल्ली के छह जांबाज जवानों के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि देने का फैसला किया है। दिल्ली निवासी इन जवानों के परिवार को सम्मान राशि प्रदान करने के संबंध में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक में फैसला लिया गया। इस बैठक में राजस्व विभाग ने सम्मान राशि प्रदान करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर मंजूरी दे दी गई। जिन शहीदों के परिवारों को यह सम्मान राशि दी जाएगी, उसमें दो जवान दिल्ली पुलिस में तैनात थे और तीन एयरफोर्स में थे जबकि एक जवान की सिविल डिफेंस में तैनाती थी।
शहीदों के परिवार के साथ है दिल्ली सरकार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के जिन जांबाजों ने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाई, उसकी भरपाई नहीं हो सकती लेकिन सरकार की तरफ से दी जाने वाली सम्मान राशि से परिवार को थोड़ी मदद हो जाएगी। दिल्ली सरकार दिल्ली में रहने वाले सभी अर्धसैनिक, सेना, पुलिस और सिविल डिफेंस के परिवार के साथ खड़ी है।
संकेत कौशिक (एसीपी-दिल्ली पुलिस)
मूलरूप से राजस्थान के अजमेर निवासी स्वर्गीय संकेत कौशिक दिल्ली पुलिस में एसीपी पद पर कार्यरत थे। उनकी तैनाती साउथ वेस्ट दिल्ली में ट्रैफिक में थी। 25 जुलाई 2020 को उनकी ड्यूटी रजोकरी फ्लाईओवर पर थी। वह सरकारी वाहन से उमराव होटल के पास सर्विस लेन पर वाहनों की जांच करने लगे। इसी दौरान रात करीब 8 बजे गुरुग्राम की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे एक मिनी ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। उन्हें बेहद गंभीर हालत में एम्स में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
विकास कुमार (दिल्ली पुलिस)
हरियाणा के झज्जर जिला निवासी स्वर्गीय विकास कुमार दिल्ली पुलिस में कार्यरत थे। उनकी तैनाती नई दिल्ली स्थित वंसत विहार थाने में थी। वह 15 सितंबर 2016 को आउटर रिंग रोड के पास जिया सराय से नेहरू प्लेस तक पिकेट ड्यूटी कर थे। इसी दौरान मुनिरका की तरफ से एक तेज रफ्तार कार आती दिखी। वहां मौजूद एएसआई ने जांच के लिए आ रही कार के चालक को रूकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने कार की गति बढ़ा दी और वैरिकेड को तोड़ते आगे निकल गया। वैरिकेड टूटकर पास में खड़े कॉन्स्टेबल विकास को लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में एम्स ट्रामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद एक अक्टूबर 2016 को उनका निधन हो गया।
परवेश कुमार (सिविल डिफेंस)
साउथ वेस्ट दिल्ली के वीपीओ खैरा निवासी परवेश कुमार सिविल डिफेंस में कार्यरत थे। 19/20 सितंबर 2020 की देर रात वह अपनी टीम के साथ मंगोलपुरी फ्लाईओवर के पास वाहनों की जांच कर रहे थे। अचानक तेज रफ्तार में एक ट्रक आया और उन्हें टक्कर मारते हुए फरार हो गया। गंभीर हालत में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान दोपहर बाद उनका निधन हो गया।
राजेश कुमार (एयरफोर्स)
साउथ-वेस्ट दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव निवासी स्वर्गीय राजेश कुमार एयरफोर्स में कार्यरत थे। 3 जून 2019 को एएन-32 केए 2752 एयरक्रॉफ्ट ने 12:25 बजे जोरहाट हवाई अड्डे से उड़ान भरी। इसमें वह भी सवार थे। करीब आधे घंटे के बाद वह विमान लापता हो गया। बाद में 12 जून 2019 को विमान का मलबा परी हिल्स, सियांग, अरुणाचल प्रदेश में मेनचुका के रास्ते में मिला। इस हादसे में विमान में सवार सभी सदस्य शहीद हो गए।
सुनित मोहंती (एयरफोर्स )
द्वारका सेक्टर-7 निवासी स्वर्गीय सुनित मोहंती एयरफोर्स में लेफ्टिनेंट पद पर कार्यरत थे। उन्हें 3 जून 19 को अरुणाचल प्रदेश के मेहकुका एयरफील्ड के लिए हवाई रखरखाव मिशन शुरू करने को एएन-32 केए 2752 विमान उड़ाने के लिए अधिकृत किया गया था। विमान ने 3 जून 2019 को जोरहाट एयर बेस से 12.25 बजे उड़ान भरी थी। करीब आधे घंटे की उड़ान भरने के बाद विमान लापता हो गया। इस हादसे में विमान में सवार सभी सदस्य शहीद हो गए थे, जिसमें सुनीत मोहंती भी शामिल थे।
मीत कुमार (एयरफोर्स)
दिल्ली के फेस-एक स्थित अशोक विहार निवासी मीत कुमार एयरफोर्स में स्क्वाड्रन लीडर के पद पर कार्यरत थे। उनका विमान मिग-21 कांगड़ा हिल्स (एचपी) में 18 जुलाई 2018 को एक परिचालन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और वे शहीद हो गए।
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