करतला : निर्माण की धीमी गति, डब्ल्यूबीएम सड़क का भी लाभ नहीं ले पा रहे ग्रामीण…अधूरी सड़क, एप्रोच रोड की कमी से बढ़ी परेशानी

कोरबा, करतला 19 जुलाई (वेदांत समाचार) ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क मार्ग से आवागमन को सुगम करने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की तर्ज पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना का भी क्रियान्वयन कराया जा रहा है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा इस योजना का क्रियान्वयन कराना है किंतु कार्यों में कसावट का अभाव ग्रामवासियों के लिए अपेक्षित लाभ समय पर नहीं मिलने का कारण बना हुआ है।


मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत करतला विकासखंड के ग्राम मकुंदपुर से भेलवागुड़ी के मध्य 3.32 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण होना है। इसकी लागत 1 करोड़ 67 लाख रुपए है। कार्य की प्रारंभिक चरण में मुरूम, गिट्टी, मिट्टी डालकर डब्ल्यूबीएम किए जाने के साथ इस मार्ग में पुलिया का भी निर्माण होना है। पुलिया का निर्माण अपने अंतिम स्तर पर है तो वहीं डब्ल्यूबीएम का कार्य आधा-अधूरा है। एक पुलिया निर्मित हो चुकी है किंतु एप्रोच रोड नहीं बन पाने के कारण आवागमन में व्यवधान है। मकुंंदपुर व भेलवागुड़ी के मध्य बनने वाली यह सड़क आंतरिक रास्तों से होते हुए जांजगीर-चाम्पा जिले को भी जोड़ती है और आवागमन सुगम होगा। ग्राम सुखरीकला ,सुखरीखुर्द ,अमलडीहा , उमरेली, खरवानी, सोहागपुर पचपेड़ी, पहाडगांव, बुढियापाली गांव के निवासी को ब्लाक मुख्यालय जाने तथा जिला कार्यालय जाने में सुविधा होगी । वहीं इन ग्रामवासियों के अलावा , ग्राम पकरिया ,नवापारा, गाडापाली, पठियापाली, दमखांचा घाठाद्वारी लबेद, सुपातराई, तुमान मडवारानी के अलावा आसपास के ग्रामवासियों को जांजगीर जिला स्थित पोडी जाने का सबसे कम दूरी इस सडक मार्ग होगा । निर्माणकर्ता ठेकेदार के बन जाने से तय करनी पडेगी।
संबंधित निर्माणकर्ता ठेकेदार के द्वारा इस कार्य में प्रारंभ से लापरवाही बरतने की बातें ग्रामवासियों ने सामने लाई हैं। आधा-अधूरा कार्य परेशानी का कारण बना हुआ है जिससे दुपहिया तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। एप्रोच रोड में मिट्टी फिलिंग एवं डब्ल्यूबीएम नहीं होने के कारण समस्या हो रही है। ग्रामवासियों का कहना है कि संबंधित विभाग भी खास ध्यान इस सड़क को जल्द पूरा कराने में नहीं दे रहा है।

बोर्ड में नहीं है सही और पूरी जानकारी

स्थानीय ग्रामवासियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के पैकेज क्रमांक 20 की इस सड़क को लेकर कई जानकारियां बोर्ड में आधी-अधूरी है। कार्य प्रारंभ करने की तिथि, कार्य पूर्णता की तिथि का वर्णन नहीं किया गया है। इसी तरह सड़क निर्माण से संबंधित अन्य जानकारियों वाला कॉलम भी रिक्त है। त्रुटि यह भी है कि निर्माण लागत 1.67 लाख रुपए दर्शाया गया है। आधे-अधूरे जानकारियों वाला 2 बोर्ड लगाए जाने से जागरूक लोगों को सही-सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही है।

दिसंबर तक काम पूरा हो जाएगा : साहू

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन यंत्री केआर साहू ने इस बारे मेें बताया कि कोरोना लॉकडाउन के कारण काम प्रभावित हुआ है। समय से पहले बारिश का शुरू हो जाना भी एक वजह है। पुलिया का निर्माण के नाम से भी थोड़ा विलंब जरूर हुआ है। डब्ल्यूबीएम कर दिया गया है किंतु अंतिम छोर पर थोड़ा बाकी है। मिट्टी नहीं मिलने के कारण फिलिंग का कार्य प्रभावित हुआ है। इन दिक्कतों के कारण विलंब हुआ है वरना अब तक डामरीकरण भी शुरू हो जाता। श्री साहू ने नवंबर-दिसंबर तक कार्य पूर्ण हो जाने की बात कही है। यह भी कहा कि सड़क पर ग्रामीण अपने ट्रैक्टर और दुपहिया वाहन चला देते हैं जिससे भी दिक्कत हो रही है।

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