ज्ञान के साथ उसका व्यवहारिक जीवन में सदुपयोग भी आवश्यक – डॉ. संजय गुप्ता

विश्व युवा कौशल दिवस के उपलक्ष्य में इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में आयोजित हुए विभिन्न ऑनलाइन कार्यक्रम ।

विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के विद्यार्थियों ने प्रस्तुत की अपनी राय, प्रदर्शित किए स्वनिर्मित विभिन्न मॉडल ।

इंडस पब्लिक स्कूल दीपका स्किल डेवलेपमेंट का अद्वितीय स्थान -राशि, इंडस पब्लिक स्कूल दीपका

छिपी प्रतिभाओं को निखारने की जगह है इंडस पब्लिक स्कूल दीपका -आरजू सिंधु, इंडस पब्लिक स्कूल दीपका

वर्तमान समय में जो अपनी स्किल को नहीं पहचानेगा वह पीछे हो जाएगा-डॉ. संजय गुप्ता ।

कोरबा 14 जुलाई (वेदांत समाचार) 15 जुलाई 2015 को विश्व स्तर पर पहली बार विश्व युवा कौशल दिवस मनाया गया । विश्व युवा कौशल दिवस पूरे विश्व के युवाओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है । विश्व के युवा आज के समय में बड़ों से तीन गुना ज्यादा मात्रा में बेरोजगार हैं । आज के समय में युवाओं की बेरोजगारी इतनी बढ़ गई है कि जिसके कारण उन्हें मजबूरन अपनी क्षमता से कम स्किल वाली नौकरी में काम करना पड़ता है । ऐसे ही युवा महिलाएँ भी पुरूषों की तरह बेरोजगारी की स्थिति में हैं । 15 जुलाई 2015 में इसी संकट से लोगों को रूबरू करवाने के लिए यू.एस. में संयुक्त राष्ट्र ने वर्ल्ड यूथ स्किल डे मनाने का निर्णय लिया । इसका उद्देश्य विश्व पटल पर युवाओं में कौशलता को बढ़ावा देना है ताकि वो रोजगार के अवसर प्राप्त कर पाएँ, विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर हम पर्याप्त रोजगार और उद्यमिता के लिए युवाओं को कौशल के साथ तैयार करने के महत्व को स्वीकार करते हैं । बात की जाए विश्व युवा कौशल दिवस 2021 के थीम की तो सत्र 2021 में थीम है महामारी के बाद युवा कौशल की पुनर्कल्पनाएँ । सर्वविदित है कि पिछले साल से अब तक लगातार कोविड की वजह से लाखों लोग बेघर और बेरोजगार हो गए हैं ।


उपरोक्त सभी बातों के मद्देनजर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में वर्ल्ड यूथ स्किल डे के अवसर पर ऑनलाइन परिचर्चा का आयोजन किया गया । इस परिचर्चा में विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया । विद्यार्थियों ने परिचर्चा में बेबाकी से अपनी राय प्रस्तुत की एवं अपने अंदर छिपे हुनर को पहचानकर अपनी भावी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन पर जो दिया । अधिकांश विद्यार्थियों का यही राय था कि हम केवल अपनी क्षमताओं एवं प्रतिाओं को पहचानकर ही आगे बढ़ सकते हैं । भविष्य में हमें नौकरी मिले या ना मिले लेकिन यदि हम प्रशिक्षित व कुशल होंगे तो बेरोजगार नहीं रहेंगें । यदि बात करें इंडस पब्लिक स्कूल दीपका की तो यह विद्यालय वह स्थान है जहाँ विद्यार्थियों के प्रत्येक कौशल को हर हुनर को तराशने का प्रयास किया जाता है । इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विद्यार्थियों के करके सीखने पर जोर दिया जाता है । प्रत्येक विषय के विशेषज्ञ अध्यापक विद्यार्थियों को पुस्तकीय ज्ञान के अतिरिक्त पढ़ाए गए ज्ञान को दैनिक जीवन व व्यवहार में भी उतारने पर जोर देते हैं । इस विद्यालय में साइंस लैब में जहाँ कैमिस्ट्री, बायोलॉजी व फिजिक्स के प्रयोग कर विद्यार्थी अपनी कौशल का विकास करते हैं वहीं म्यूजिक, योगा, डाँस, स्वीमिंग, गार्डनिंग, कम्प्यूटर, स्वीमिंग व स्पोर्टस सहित विभिन्न गतिविधियों में निरंतर अपने कौशल व प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करते हैं । यदि यह कहा जाए कि इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विद्यार्थियों को कुशल व प्रशिक्षित बनाया जाता है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी । आखिरकार विद्यालय का उद्देश्य ही होता है कुशल व योग्य बनाना इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में विद्यार्थियों के स्किल को डेवलप करने का भरपूर प्रयास किया जाता है ।

इंडस पब्लिक स्कूल की छात्रा राशि ने ऑनलाइन वेबिनार में आयोजित परिचर्चा में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि इंडस पब्लिक स्कूल दीपका स्किल डेवलपमेंट का अद्वितीय स्थान है । यहाँ हम बेखौफ अपनी क्षमताओं व हुनर को पहचानकर उनमें निखार ला सकते हैं । यहाँ के शैक्षणिक स्टॉफ भी बहुत मददगार हैं ।

कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा आरजू सिंधु, सहित विभिन्न कक्षा वर्ग के छात्र-छात्राओं ने भी इस परिचर्चा में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि छिपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का एकमात्र स्थान इंडस पब्लिक स्कूल दीपका ही है । यहाँ यह बताना लाजिमी होगा कि आयोजित ऑनलाइन परिचर्चा में विद्यार्थियों ने कोविड-19 के समय का घर में सदुपयोग करते हुए अनेक विज्ञान से संबंधित मॉडलों का भी प्रदर्शन किया । विद्यार्थियों ने इस पूरी परिचर्चा में तकनीकी कौशलों के विकास व आत्मविश्वास पर चर्चा की । अधिकांश विद्यार्थियों ने माना व महसूस किया कि आज एवं आने वाला समय भी 100 प्रतिशत विज्ञान का ही होगा अतः हमें अभी से अपनी तकनीकी कौशलों के विकास पर विशेष ध्यान देना होगा । इस कार्यक्रम में आरजू सिंधु, राशि कन्नौजिया, रिदिमा हलदर, अमन मोर, कृष, समीर, सौभाग्य रंजन, ईशा सिंधु व इशिता ने अपनी राय रखी ।


विद्यालय के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का उद्देश्य भी यही है कि हम युवाओं में कौशल का विकास कर उन्हें कुशल बनाएँ जिससे उनके सम्मुख भविष्य में धनार्जन हेतु रोजगार की समस्या न रहे । हमें चाहिए कि हम अपनी प्रतिभाओं को पहचानें और स्वयं को शत-प्रतिशत कुशल बनाएँ । हमें विज्ञान के साथ भी कदम से कदम मिलाकर चलना होगा । हमें अपनी क्षमताओं और कुशलताओं के विकास पर पूरा ध्यान देना होगा । विद्यालय में समयानुसार पर्सनालिटी डेवलपमेंट क्लास के माध्यम से भी विद्यार्थियों के हुनर को तराशने का प्रयास किया जाता है । आज का समय अपनी क्षमताओं व योग्यताओं को पहचानकर आगे बढ़ने का है । युवा अपनी कुशलताओं को पहचानकर भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहें ।

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