बार-बार बुखार आना किन बीमारियों का लक्षण है, जानें यहां

बार-बार बुखार आना और दो हफ्तों से ज्यादा दिनों तक बना रहना यह सामान्य लक्षण नहीं है. यह बड़ी बीमारियों का संकेत हो सकता है. इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.

अगर आपको भी बार-बार बुखार आ रहा है और कुछ दिन ठीक रहने के बाद फिर से हो जाता है, तो इसे हल्के में लेना सही नहीं है. बार-बार बुखार आना सिर्फ मौसम का असर नहीं, हो सकता है किसी गंभीर बीमारी का संकेत नहीं हो सकता है. आमतौर पर बुखार शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का संकेत होता है कि वह किसी संक्रमण से लड़ रहा है, लेकिन जब यह बार-बार आता है तो यह किसी बड़ी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है. आइए जानते हैं किन बीमारियों में बार-बार बुखार आता है और कब डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है.

वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन
अगर शरीर में कोई वायरस या बैक्टीरिया आता है तो इम्यून सिस्टम उसे खत्म करने के लिए शरीर का तापमान बढ़ा देता है, जिससे बुखार आता है. कई बार ऐसे संक्रमण पूरी तरह खत्म नहीं हो पाते और बुखार बार-बार आता है. खासतौर पर अगर आपको सर्दी, खांसी, सिरदर्द और बदन दर्द भी हो रहा है तो यह किसी वायरल या बैक्टीरियल इंफेक्शन का संकेत हो सकता है.

मलेरिया और डेंगू
बारिश के मौसम में मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों के कारण भी बुखार आना आम बात है, लेकिन बुखार एक सप्ताह से अधिक है तो तुरंत टेस्ट करवाना चाहिए. क्योंकि बारिश में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया समेत कई बीमारियों के होने का खतरा रहता है. इससे बार-बार बुखार आने का कारण हो सकता है.मलेरिया में तेज ठंड लगकर बुखार आता है और फिर पसीने के साथ उतर जाता है. वहीं, डेंगू में हाई फीवर के साथ बदन दर्द, जोड़ों में दर्द और कमजोरी महसूस होती है.

टायफॉइड
अगर आपको लंबे समय तक हल्का या तेज बुखार बना हुआ है और पेट दर्द, भूख न लगना, थकान कमजोरी जैसे लक्षण हैं तो यह टायफॉइड हो सकता है. दूषित पानी और भोजन से फैलने वाला यह संक्रमण बिना इलाज के गंभीर हो सकता है.

टीबी
टीबी में अक्सर हल्का बुखार शाम के समय आता है और लंबे समय तक बना रहता है. अगर आपको खांसी, वजन कम होना और रात को ज्यादा पसीना आने जैसी दिक्कतें हैं, तो तुरंत जांच करवाएं.

यूरिन इंफेक्शन
यूरिन इंफेक्शन यानी UTI होने पर भी बुखार आ सकता है, खासतौर पर अगर यह बार-बार हो रहा है और पेशाब में जलन या बदबू भी आ रही है. तो इसमें महिलाएं बुखार से पीड़त हो जाती हैं. यूटीआई आने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए,

ऑटोइम्यून बीमारियां
कई बार शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली ही शरीर के ऊतकों पर हमला करने लगती है, जिससे बार-बार बुखार आ सकता है. रूमेटाइड आर्थराइटिस, ल्यूपस जैसी बीमारियों में ऐसा होता है.

कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियां
अगर बिना किसी खास वजह के लंबे समय तक बुखार बना हुआ है, वजन तेजी से घट रहा है और कमजोरी महसूस हो रही है तो यह ब्लड कैंसर (ल्यूकेमिया) या किसी और गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.