कोरबा के रत्न पुस्तक के आवरण पृष्ठ का किया गया विमोचन, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल उपस्थित रहे


धनेश्वर राजवाड़े

कोरबा 4जुलाई (वेदांत समाचार) राजस्व मंत्री की उपस्थिति में शिक्षा विभाग कोरबा के जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय के दिशा निर्देश एवं कुशल मार्गदर्शन में लाईवलीहुड कालेज कोरबा में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वहीं राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की उपस्थिति में “कोरबा के रत्न” नामक पुस्तक के आवरण पृष्ठ का अनावरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ सतीश पाण्डेय, फरहाना अली एवं उपस्थित शिक्षकों द्वारा माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ किया गया। कंचन मोरे द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई। वहीं राज्यगीत रूपेश चौहान के द्वारा प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल उपस्थित रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्यामसुंदर सोनी सभापति नगर पालिक निगम कोरबा उपस्थित रहे। जिनकी गरिमामयी उपस्थिति में शिक्षा विभाग कोरबा द्वारा उत्कृष्ट मास्टर ट्रेनर्स, प्रतीक चिन्ह बनाने वाले एवं सफलता की कहानी के शिक्षकों को सम्मान-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मान-पत्र प्राप्त करने वाले शिक्षको में राकेश टण्डन, मधुलिका दुबे, मुकुन्द उपाध्याय, गौरव शर्मा रामनाथ बघेल, जेपी लहरे, पीपी अंचल, गीता देवी हिमधर, देवराज सिंह राजपूत, सर्वेश सोनी, निशा चंद्रा, पुष्पा बघेल सीमा चतुर्वेदी, सीमा पटेल, उत्तम सिंह मरावी, एलआर कर्ष, भावेश निशांत, तन्मय शर्मा, लखनलाल धीवर, सुरजीत टंडन, सेवन लाल राठौर, जगजीवन कैवर्त, किरण बाला साहू, एमपी पटेल, मंजुला श्रीवास्तव, तानिया राय घोष, मीनल मिश्रा, ममता सिंह राजपूत, रिंकू लोध, रीता चौधरी, खुशबू सोनी, प्रभा साहू, उमा साहू, नोहर चंद्रा, महावीर चंद्रा, टीआर रत्नाकर, पीएन अंनत, विश्वनाथ कश्यप, अजय कश्यप, कामता प्रसाद जायसवाल, जवाहर देवांगन, गायत्री राठौर, सुरेंद्र राठौर, वीरभद्र सिंह पैकरा, रमा उमा नीडी, घनश्याम प्रसाद भास्कर, लीला बिहारी कौशिक, अनीता ओहरी, ममता पाण्डेय, साधराम श्रीवास, एमआर श्रीवास, ललिता साहू, प्रकाश पडवाल शामिल हैं।

गौरतलब हो कि चार माह पहले से शिक्षा विभाग कोरबा द्वारा सफलता की कहानी के नाम पर एक अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत जो शिक्षक शाला विकास पर बच्चों के सर्वांगीण विकास पर शिक्षा के क्षेत्र में लगातार अच्छे कार्य करते हुये अपने स्कूल एवं विभाग का नाम रोशन कर रहे हैं। ऐसे जागरूक, कर्मठ शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिये जिला शिक्षाधिकारी कोरबा द्वारा सम्मानित करने का निर्णय लिया गया। सफलता की कहानी अभियान के तहत राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल की उपस्थिति में इन शिक्षकों को सम्मानित किया गया। राजस्व मंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि कोरबा जिले में लगातार शिक्षा विभाग द्वारा अच्छे कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने शिक्षकों के लिये शिक्षक सदन भी बनवाया है जो राज्य में पहला शिक्षक सदन है। इस शिक्षक सदन में शिक्षक सकारात्मक कार्यो के लिये बैठक कर सकते हैं। वहीं जिले के स्कूलों में जो कमी है उसे सरकार द्वारा पूरा की जाएगा। उन्होंने सभी सम्मानित शिक्षकों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी। नगर पालिक निगम कोरबा के सभापति श्याम सुंदर सोनी जी ने कहा कि जिला शिक्षाधिकारी सतीश पाण्डेय के नेतृत्व में शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता आई है एवं नित नए नवाचार किये जा रहे है ।जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय ने विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों को विस्तार से बताया एवं सभी शिक्षकों को शालेय विकास में कार्य करने की अपील भी की। उन्होंने मंत्री जी को अवगत कराया कि कोरबा जिले के सृजनशील शिक्षकों ने आज कोरबा एजुकेशन सोसाइटी (केस ) का गठन भी किया है जिसमें राजस्व मंत्री जी संरक्षक रहेंगे। जिले के सृजनशील शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए “जेम्स ऑफ कोरबा – कोरबा के रत्न नाम से एक अवार्ड की घोषणा की जिसकी पुस्तिका के प्रथम पृष्ठ का अनावरण भी छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के हाथों किया गया। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी रामनाथ बघेल, राकेश टण्डन, गौरव शर्मा एवं मुकुंन्द उपाध्याय ने बताया कि इस अवार्ड का प्रमुख मापदंडों में सामाजिक सरोकारों के विषयों में शिक्षक की सहभागिता, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु शिक्षक की सक्षमता एवं तत्परता पूर्वक भूमिका , शिक्षक का पालकों, समुदाय जनप्रतिनिधियों से निरंतर एवं जीवंत संपर्क ,शिक्षक का अपने साथी शिक्षकों को प्रभावशाली व प्रेरणादायी मार्गदर्शन देने की सक्षमता, स्वयं की क्षमता एवं दक्षता विकास हेतु तत्परता प्रमुख हैं।

आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में एमपी सिंह, डॉ.फरहाना अली, पी पटेल, विश्वनाथ कश्यप, वीरभद्र सिंह पैकरा, अलका फिलिप्स,मंजू तिवारी, देवेंद्र सिंह राजपूत ,मनोज सराफ सहित सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बीआरसी, एबीओ एवं नोडल प्राचार्य का प्रमुख योगदान रहा।