भारत,15 फ़रवरी 2025/ 13 फ़रवरी से बरबन व्हिस्की पर आयात शुल्क को 150% से घटाकर 50% कर दिया है, जो अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम व्हिस्की व्यापार को बढ़ावा देने और भारतीय बाजार में उपलब्धता बढ़ाने का उद्देश्य है।
बरबन व्हिस्की पर शुल्क में कटौती
भारत में बरबन व्हिस्की का सबसे बड़ा निर्यातक अमेरिका है। अमेरिका से आने वाली कुल बरबन व्हिस्की का एक चौथाई हिस्सा भारत में आयात किया जाता है।
इस नई अधिसूचना के तहत अब बरबन व्हिस्की के आयात पर 50 प्रतिशत सीमा शुल्क लगेगा, जो पहले 150 प्रतिशत था। इस कदम का उद्देश्य भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों को बेहतर बनाने के साथ व्हिस्की व्यापार को बढ़ावा देना है।
भारत का आयात आंकड़ा2023-24 के दौरान भारत ने 25 लाख अमेरिकी डॉलर मूल्य की बरबन व्हिस्की का आयात किया।
यह कटौती न केवल अमेरिकी उत्पादकों के लिए फायदेमंद है, बल्कि भारतीय बाजार में इसकी उपलब्धता को भी बढ़ावा देगी।
अमेरिका और भारत के व्यापारिक संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यापार समझौते की संभावनाओं को लेकर चर्चाएं जारी हैं।
इस निर्णय से दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग को और बढ़ावा मिलने की संभावना है।
हार्ले-डेविडसन को मिलेगा फायदा
भारत में आयातित महंगे उत्पादों पर कस्टम ड्यूटी में भी कटौती की गई है, जिससे अमेरिका की प्रसिद्ध बाइक निर्माता कंपनी हार्ले-डेविडसन के भारतीय बाजार में फिर से सक्रिय होने की संभावना जताई जा रही है।
इस कदम से भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक रिश्तों को नई दिशा मिल सकती है। दोनों देशों के बीच संबंध और भी मजबूत हो सकते हैं।