जब एक फोन के बाद आधे रास्ते से वापस लौटी फ्लाइट, यात्रियों के उड़े होश, जानें पूरा माजरा

पुणे,13 फरवरी 2025: पुणे से बैंकॉक जा रहे एक चार्टर्ड फ्लाइट (chartered flight) के यात्रियों को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब विमान अचानक वापस पुणे की ओर मुड़ गया. ये कोई तकनीकी वजह या मेडिकल इमरजेंसी नहीं थी, बल्कि पूर्व मंत्री की मांग के बाद फ्लाइट वापस हो रही थी. दरअसल, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तानाजी सावंत के बेटे ऋषिराज सावंत अपने दो दोस्तों के साथ बैंकॉक जा रहे थे, लेकिन फ्लाइट को आधे रास्ते से ही वापस बुला लिया गया.

एजेंसी के अनुसार, पुणे पुलिस को सोमवार की शाम 4 बजे एक कॉल मिला, जिसमें दावा किया गया कि ऋषिराज सावंत को अज्ञात लोगों ने अगवा कर लिया है. कॉल मिलने के बाद पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई. चूंकि मामला हाई-प्रोफाइल था, तो आनन-फानन में छानबीन होने लगी. पूर्व मंत्री तानाजी सावंत खुद पुलिस कमिश्नर के पास पहुंचे और बेटे ऋषिराज सावंत को ढूंढने की गुहार लगाई. इसके बाद जब पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ऋषिराज अगवा नहीं हुए थे, बल्कि अपने दोस्तों के साथ बैंकॉक जाने के लिए एक चार्टर्ड फ्लाइट में सवार हो चुके थे.

इसके बाद पुलिस और एविएशन अथॉरिटी ने मिलकर एयरलाइन से संपर्क किया और विमान को वापस पुणे लौटने का निर्देश दिया. पहले तो पायलट और क्रू को यह कॉल मजाक लगा, लेकिन जब उन्हें डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पुष्टि हुई कि यह मामला गंभीर है, तो फ्लाइट को वापस मोड़ दिया गया. उस समय विमान अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के पास उड़ान भर रहा था. हैरानी की बात यह रही कि विमान में मौजूद ऋषिराज और उनके दोस्त इस बात से पूरी तरह अनजान थे. पायलट और क्रू ने फ्लाइट की स्क्रीन बंद कर दीं, ताकि यात्रियों को रास्ते का पता न चले. वे आराम से सफर ट्रैवल कर रहे थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वे बैंकॉक की बजाय पुणे लौट रहे हैं. इसके बाद जैसे ही विमान पुणे एयरपोर्ट पर उतरा, वे चौंक गए और पायलट से बहस करने लगे. इसी दौरान सीआईएसएफ के जवान विमान में पहुंचे और उन्हें बाहर ले गए.

इस पूरे मामले की जांच में सामने आया कि ऋषिराज सावंत ने अपनी इस ‘बिजनेस ट्रिप’ की जानकारी अपने परिजनों को नहीं दी थी, क्योंकि उन्हें डर था कि घरवाले नाराज हो जाएंगे. अब इस घटनाक्रम को लेकर विपक्षी दल शिवसेना (यूबीटी) ने भी सवाल उठाए हैं. विपक्ष ने आरोप लगाया कि तानाजी सावंत ने पुलिस तंत्र का दुरुपयोग किया. महज एक गुमनाम कॉल पर अपहरण का केस दर्ज करवा दिया. इस घटना से पुलिस महकमे और एविएशन डिपार्टमेंट में हलचल मच गई, सोशल मीडिया पर भी घटना सुर्खियों में रही.