दिल्ली से मिल्कीपुर तक हिलोरें उठाएगी पीएम मोदी की डुबकी, आज प्रयागराज आ रहे प्रधानमंत्री

महाकुंभ नगर,05 फरवरी 2025। महाकुंभ में मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर मची भगदड़ को लेकर संसद तक गरमाई राजनीति के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को प्रयागराज आ रहे हैं। उनकी डुबकी का समय बहुत महत्वपूर्ण है। आध्यात्मिक महत्व यह है कि वह माघ की अष्टमी को पुण्य काल में त्रिवेणी में स्नान करेंगे। उसी समय दिल्ली विधानसभा चुनाव और अयोध्या के मिल्कीपुर में उपचुनाव के लिए मतदान का राजनीतिक मुहूर्त भी चल रहा होगा।

माना जा रहा है कि पीएम की संगम में डुबकी से राजनीतिक हिलोरें भी उठेंगी, जो दिल्ली से अयोध्या तक पार्टी के हिंदुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे को काफी कुछ अभिसिंचित कर सकती हैं, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी और आफ संयोजक अरविंद केजरीवाल की संगम से दूरी के भी निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। भाजपा के लिए महाकुंभ का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि जातिगत जनगणना को लेकर मुखर कांग्रेस, सपा और राजद जैसे दल अनुसूचित जाति और ओबीसी वोट खींचना चाहते हैं। भगवा खेमा हिंदुओं को सनातन की डोर से इस तरह बांध देना चाहता है कि उनके बीच जाति का कोई भेद ही उभर न पाए।


प्रधानमंत्री ने महाकुंभ को एकता के महाकुंभ कहा था

प्रधानमंत्री महाकुंभ को एकता के महाकुंभ की संज्ञा दे चुके हैं। इसके महत्व को राजनीतिक फलक पर प्रकाशमय बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों सहित संगम में डुबकी लगाई औऱ कैबिनेट बैठक भी की। भाजपा शासित राज्यों के कई मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक अनवरत यहां आए।