छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले का मानकोट गांव विकास की मूलभूत सुविधाओं से वंचित

कांकेर, 25 जनवरी (वेदांत समाचार) जिले के आमाबेड़ा तहसील के मानकोट गांव में लगभग 60 परिवार रहते हैं, लेकिन उन्हें आज तक बिजली, सड़क और पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिला है। ग्रामीणों का कहना है कि वे कई वर्षों से इन सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। गांव में सड़क न होने से ग्रामीणों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें मेडिकल इमरजेंसी भी शामिल है। पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं मिलने से ग्रामीणों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे हर साल श्रमदान करके 5 किलोमीटर लंबी सड़क बनाते हैं, लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगाई है, लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं आया है।

गांव में चिकित्सा सेवाओं का भी कोई खास इंतजाम नहीं है, और प्रसव के लिए महिलाओं को खाट या कांवड़ पर लादकर 5 किलोमीटर तक ले जाना पड़ता है। इसके बाद कहीं जाकर किसी गाड़ी से आमाबेड़ा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जा सकता है।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें कुएं और झरिया का गंदा पानी पीना पड़ता है, जिससे उन्हें कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यदि 80 लाख रुपये में बोरवेल खोले जाते तो कम से कम 20 घरों को पानी मिल सकता था।

ग्रामीणों का कहना है कि आजादी के अमृतकाल में भी उन्हें इन बुनियादी सुविधाओं का इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि वे कई वर्षों से इन सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।