टीकाकरण हुई थी और बच्ची की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

बिहार,23 जनवरी 2025। रोहतास जिले में टीकाकरण के बाद एक दो महीने की बच्ची की मौत से हड़कंप मच गया. यह घटना बुधवार को डेहरी अनुमंडल क्षेत्र के गंगोली आंगनबाड़ी केंद्र में हुई. बच्ची को नियमित टीकाकरण के तहत पोलियो ड्रॉप और अन्य टीके लगाए गए थे. मृतक बच्ची गंगोली के रहने वाले उमाशंकर सिंह और शीतल देवी की बेटी थी. परिजनों के अनुसार, बच्ची पूरी तरह स्वस्थ थी और उसे किसी प्रकार की कोई मेडिकल समस्या नहीं थी. बच्ची को आंगनबाड़ी केंद्र में पोलियो का ड्रॉप पिलाने के बाद नोटा वेरिएंट और पेंटा वेरिएंट वैक्सीन का दूसरा डोज दिया गया. टीकाकरण के कुछ समय बाद ही बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और उसकी मौत हो गई.

घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है, और परिजनों ने इस मौत के लिए टीकाकरण पर सवाल उठाए हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. आरकेपी साहू और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएमओ) एस सुंदर के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई है.जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. साहू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बच्ची की मौत टीकाकरण के तुरंत बाद हुई है, लेकिन यह कहना गलत है कि मौत का कारण टीकाकरण है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच पूरी होने के बाद ही सही तथ्य सामने आएंगे.

परिजनों ने टीकाकरण प्रक्रिया में लापरवाही की आशंका जताई है और प्रशासन से इस मामले की गहन जांच की मांग की है. स्वास्थ्य विभाग ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए लोगों से अपील की है कि वो अफवाहों पर ध्यान न दें और टीकाकरण कार्यक्रम में भाग लेना जारी रखें.प्रशासन का कहना है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बच्ची की मौत की सही वजह जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.