बलौदा, 17 जून। पंतोरा चौकी क्षेत्र में सोमवार की रात हुई महिला की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। अवैध संबंध के शक पर पति ने पहचान के एक दंपत्ति के साथ मिलकर हत्या कर लूट की कहानी बनाई थी। इसका खुलासा आज जांजगीर-चांपा एसपी पारुल माथुर ने प्रेस वार्ता में किया।
देवेंद्र सोनी बिलासपुर ने चौकी पंतोरा में लिखित सूचना दर्ज कराई थी कि 14 जून को पत्नी दीप्ति सोनी के साथ बैंक खाता स्थानांतरण कराने के कार्य से कोरबा बाल्को आया था। कार्य होने के बाद शाम को कार से बिलासपुर वापस आ रहा था। वह खिसोरा-पंतोरा के बीच सड़क किनारे बाथरूम करने रूका था। इसी दौरान वह अपनी पत्नी के चिल्लाने की आवाज सुनकर गाड़ी के पास गया तो देखा दो नकाबपोश गाड़ी में बैठे थे। पीछे बैठा आदमी दीप्ति का गला रस्सी से फंसा रखा था। इसी दौरान 2 और नकाबपोशों द्वारा पिस्टल दिखाकर उसके हाथों को बांधकर घुटने के बल बैठा दिया गया।तब उसके द्वारा जो लेना है ले लो,हमें छोड़ दो कहने पर उसके पास रखे 45,000 रूपये, 2 मोबाइल और लैपटॉप को लेकर लुटेरे चले गये।
घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई। पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर, एफएसएल तकनीकी विशेषज्ञों एवं साईबर सेल द्वारा घटना स्थल में बारीकी से तथ्यों को देखा गया। घटना स्थल फारेस्ट बेरियर के समीप होने तथा लूट व हत्या का घटनाकम संदेहास्पद होना पाये जाने पर प्रार्थी देवेन्द्र सोनी से घटना के संबंध में पूछताछ की गई। जिस पर देवेन्द्र सोनी लिखित सूचना में दी गईं बातों को ही दोहराने लगा । बाद में मृतका एवं देवेन्द्र सोनी से जुड़े सभी बारीक तथ्य एवं तकनीकी जानकारी एकत्र की गई।जानकारी के आधार पर पुन: प्रार्थी को चौकी तलब कर मनोवैज्ञानिक तरीके से प्रत्येक बिन्दु पर घटना के संबंध में पूछताछ करने पर प्रार्थी गोलमोल जवाब देने लगा तथा अपना बयान बार-बार बदलने लगा ।
देवेंद्र से कड़ाई से पूछताछ करने पर पत्नी दीप्ति सोनी के अवैध संबंध से परेशान होकर हत्या करना क़बूल किया गया। इस बारे में उसने बताया कि प्रदीप सोनी को बताने पश्चात एकराय होकर उसकी हत्या करने के लिये घटना से तीन दिन पूर्व बलौदा-पंतोरा मार्ग पर खिसोरा के पास फारेस्ट बेरियर के समीप घटना को अंजाम देने की योजना तैयार कर प्रदीप सोनी के साथ आया था। चौदह जून को बैंक संबंधी कार्य का बहाना लेकर पत्नी दीप्ति सोनी को बिलासपुर से बलौदा होते हुये कोरबा लाया, जहां से रात्रि 10.30 बजे कोरबा से वापसी के दौरान पूर्व के योजना अनुसार घटना स्थल पर लघुशंका के बहाने रूका। जहां पर पहले से ही मौजूद प्रदीप सोनी एवं उसकी पत्नी शालू गाड़ी के पास आये। देवेन्द्र सोनी एवं शालू द्वारा गाड़ी के अंदर ही हाथ पैर पकड़ा गया एवं प्रदीप सोनी ने अपने पास रखी रस्सी से उसकी गला घोटकर हत्या कर दी गई।घटना को लूट की घटना में परिवर्तित करने के लिये तीनों के द्वारा गाड़ी में तोडफ़ोड़ कर पैसा मोबाईल लैपटॉप को गाड़ी से निकाल लिया गया।देवेंद्र ने प्रदीप सोनी एवं शालू को मोटरसायकल से बिलासपुर भेज दिया ।उसके पश्चात पुलिस को गुमराह करने के लिये अज्ञात व्यक्तियों द्वारा लूटकर हत्या करने की सूचना दी गई।
आरोपी देवेन्द्र सोनी द्वारा अपराध स्वीकार करने पर गिरफ्तार कर उसके कब्जे से लूट होना बताये गये लैपटॉप को जब्त किया गया है। साथ ही इसके निशानदेही पर मृतिका का मोबाईल एवं घटना में प्रयुक्त मोटरसायकल को आरोपी प्रदीप सोनी से जब्त किया गया तथा प्रकरण की आरोपिया शालू सोनी के कब्जे से लूट होना बताये दोनों मोबाईल जब्त कर गिरफ्तार किया गया ।
उक्त प्रकरण की गुत्थी सुलझाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा के नेतृत्व में गठित विशेष
टीम अनुविभागीय अधिकारी पुलिस चांपा पद्मश्री तवंर निरीक्षक मनीष सिंह परिहार निरीक्षक व्ही.एन.भारद्वाज उप
निरीक्षक अवनीश श्रीवास चौकी प्रभारी पंतोरा, प्र.आर. अरूण सिंह, प्र.आर. मनोज तिग्गा साईबर सेल प्र.आर. रात्रे
आरक्षक चिरंजीव कुमार, विरेन्द्र टंण्डन, शंशीकांत कश्यप, सीमा भारती, का सराहनीय योगदान रहा।
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