कोरबा,02जनवरी 2025 (वेदांत समाचार)। जिले के ग्रामीण अंदरूनी इलाकों में पीडीएस राशन व्यवस्था किसी न किसी प्रकार से अव्यवस्थित रूप से संचालित हो रही है। चोंढ़ा पंचायत में भी अव्यवस्थित स्थिति निर्मित है, जहां सरपंच की निष्क्रियता के चलते बीते तीन माह से पीडीएस राशन नही मिलने के कारण ग्रामीण काफी परेशान है।
यहां के ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच अंबिका करपे द्वारा उचित मूल्य की दुकान का संचालन किया जाता है। लेकिन सरपंच की मनमानी रवैये से उन्हें 3 महीने से सरकारी राशन नही मिलने के कारण अब चांवल की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरपंच महीने में दो- चार दिन ही दुकान खोलता है। जिससे अधिकतर ग्रामीण राशन से वंचित हो जाते है। कुछ ग्रामीणों को 2 माह तो किसी को 3 माह से चांवल नही मिला है। इस समस्या से सरपंच को अवगत कराने के बाद भी कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। ऐसे में चांवल नही मिलने से यहां के ग्रामीण किराना दुकान से महंगे दामों पर चांवल खरीद रहे है या फिर वनोपज के बदले चांवल लेने के लिए मजबूर है। इस हालात में उन्हें परिवार का पालन- पोषण करने में भी दिक्कतें हो रही है। क्योंकि अधिकांश परिवार सरकारी राशन पर निर्भर रहते है। लेकिन 3 महीने से सरकारी राशन नही मिलने से अब उनके सामने परेशानी खड़ी हो चुकी है। लगभग 1000 राशनकार्ड संख्या वाले इस ग्राम के कई ग्रामीण इस स्थिति से निपटने 4 किमी. दूर ग्राम अण्डीकछार में संचालित सोसायटी में चांवल लेने जाते है। ग्रामीणों ने आगे बताया कि सरपंच द्वारा राशन वितरण में भारी धांधली की जा रही है। समय पर राशन व अन्य सामानों का वितरण नही किया जाता है। जिससे यह समस्या बनी हुई है। इसके अलावा सरपंच की निष्क्रियता से पंचायत बैठक व ग्राम सभा का भी आयोजन नही होता। छोटी- छोटी परेशानियों को लेकर उनका कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में सरपंच के रवैये से गांव के लोग काफी त्रस्त है।