नई दिल्ली,31दिसंबर 2024 । प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार 27 दिसंबर को भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में परिवहन विभाग के भ्रष्ट कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत की गई है।
इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय को सौरभ शर्मा व उसके सहयोगियों और परिवार के सदस्य और कंपनियों के नाम पर 7 सालों में अवैध रूप से कमाई गई करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति से जुड़े दस्तावेज, फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं।
बता दें कि लोकायुक्त, एनफोर्समेंट डिपार्मेंट और आयकर विभाग की 9 दिन की कार्रवाई में अब तक 93 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बरामद की गई है।
एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने यह छापेमारी सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के घरों पर छापेमारी की। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक, सौरभ शर्मा, समीर व उसके सहयोगी लाभ पाने वालों में या सौरभ के कारोबार में सहयोगी हैं। इसी कड़ी में प्रवर्तन निदेशालय ने भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर के 8 ठिकानों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान चेतन गौर जो कि सौरभ शर्मा का सहयोगी है, के नाम पर 6 करोड़ रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट थी।
सौरभ शर्मा के परिवार के सदस्य और कंपनियों के नाम पर 4 करोड़ रुपये के साथ-साथ, 23 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति और अन्य संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज मिले हैं।
प्रवर्तन निदेशालय ने यह छापेमारी इन्वेस्टिगेशन लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर के आधार पर की है, जो सौरभ शर्मा व उसके परिवार व कंपनियों द्वारा परिवहन विभाग में कॉन्स्टेबल के पद पर रहते हुए आय से अधिक करोड़ों रुपये की अनुपातहीन संपत्ति कमाई है। बता दें कि आरोपी सौरभ शर्मा के आवास से 1 करोड़ 15 लाख रुपये की विदेशी व भारतीय मुद्रा मिली। वहीं 50 लाख के सोने व हीरे के आभूषण, 2 करोड़ 21 लाख रुपये की वाहन और घरों में उपलब्ध सामग्री मिली।
वहीं आरोपी सौरभ के दूसरे आवास से 1.72 करोड़ रुपये की नकदी, 2.10 करोड़ रुपये की 234 किलो चांदी, 30 लाख रुपये की दैनिक उपयोग संबंधित सामग्री मिली हैं। 19 और 20 दिसंबर के छापों के दौरान आरोपी सौरभ शर्मा के दोनों घरों से मिली चल अचल संपत्ति कुल 7 करोड़ 98 लाख रुपए है।
इनकम टैक्स की कार्रवाई में भी मिली करोड़ों की संपत्ति
इसके अलावा इनकम टैक्स की कार्रवाई में 54 किलो सोना, जिसकी कीमत 41.60 करोड़ रुपये, 11 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं। जो कि कुल मिलाकर 52.60 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 27 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई कार्रवाई में 23 करोड़ रुपये की संपत्ति सौरभ व उसके परिजन व कंपनी के नाम पर मिली है। इसके अलावा 6 करोड़ रुपये की फिक्स्ड डिपॉजिट चेतन गौर के नाम और 4 करोड़ रुपये सौरभ शर्मा उसके सहयोगी और कंपनी के नाम पर मिली है। इस तरह कुल 33 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद की गई है।