बलरामपुर,29दिसंबर 2024। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में वन्य जीवों के खाल और हाथी दांत की तस्करी की कोशिशों को नाकाम करते हुए पुलिस और वन विभाग की उड़नदस्ता टीम ने पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में तेंदुआ और भालू के खाल और मांस की अवैध बिक्री करने वाले दो तस्कर और हाथी दांत की बिक्री के लिए ग्राहक तलाश रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि बलरामपुर के रामानुजगंज वन परिक्षेत्र में तेंदुआ और भालू के खाल और मांस की तस्करी की खबरों के बाद उड़नदस्ता टीम ने दबिश दी। इस दौरान टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान अनिल कुमार (उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के बभनी गांव का निवासी) और रामबचन (रामानुजगंज के पुरानीडीह गांव का निवासी) के रूप में हुई। आरोपियों के पास से तेंदुए और भालू के खाल और मांस के साथ-साथ पल्सर और स्कूटी जैसे वाहनों को भी जब्त किया गया। वन विभाग की टीम ने आरोपियों के खिलाफ वन्य जीवों के संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।
वाड्रफनगर में हाथी दांत की तस्करी-
वहीं, वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में भी वन्य जीवों के अंगों की तस्करी की कोशिश की जा रही थी। सरगुजा उड़नदस्ता टीम ने सूचना के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो हाथी दांत की तस्करी में लिप्त थे। यह तस्कर हाथी दांत की बिक्री के लिए संभावित ग्राहकों की तलाश कर रहे थे। टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
वन्य जीवों की तस्करी पर कड़ी कार्रवाई-
इन गिरफ्तारियों के बाद वन विभाग और पुलिस की टीम ने तस्करी की रोकथाम के लिए क्षेत्र में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। अधिकारियों ने कहा कि इस तरह की तस्करी को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह गिरफ्तारियां वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम साबित हो सकती हैं, क्योंकि इस तरह की तस्करी से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, बल्कि यह दुर्लभ प्रजातियों के अस्तित्व के लिए भी खतरे की घंटी है।