शहडोल। खनिज संपदा से परिपूर्ण मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में खनिज कोयला की भरमार है। शायद यही कारण की जिले से काले हीरे की कालाबाजारी भी अत्यधिक होती है। ऐसा ही अवैध कोयले से लोड तीन ट्रेलर को जब्त कर चालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जब्त कोयले व मशरूका कीमत 1 करोड़ 72 लाख रुपए बताई गई है। शहडोल पुलिस की इस कार्रवाई से कोल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
शहडोल जिले की धनपुरी पुलिस ने अवैध कोयले से लोडेड तीन 18 चक्का ट्रेलर को जब्त कर चालकों के खिलाफ कार्रवाई की है। दरअसल, जिले के बंगवार भूमिगत कोयला खदान से कोयला लोड कर अनूपपुर जिले के मोजर वेयर पवार प्लांट के लिए निकले तीन ट्रेलर अचानक गायब हो गए। जो कि बंगवार कोयला खदान के पास झाड़ियों में छिपे थे। इस बात की सूचना मुखबिर ने धनपुरी पुलिस को दी।
पुलिस ने एक टीम गठित कर दबिश दी और मौके पर मौजूद ट्रेलर चालक कुलदीप सिंह, पुष्पेंद्र सिंह सहित दिनेश सिंह गोंड से गाड़ी के दस्तावेज मांगे। इन गाड़ियों के रॉयल्टी (ईटीपी) की समय सीमा समाप्त हो गई थी। जिस पर धनपुरी पुलिस ने कोयला सहित ट्रेलर को जब्त कर तीनों चालकों के खिलाफ धारा 303(2),3(5)BNS एवं 4/21 खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की। जब्त कोयले व मशरूका ट्रेलर की कीमत 1 करोड़ 72 लाख रुपए बताई गई है।
शहडोल पुलिस की इस कार्रवाई से कोल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस पूरे मामले में धनपुरी थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो का कहना है कि झाड़ियों में अवैध कोयले से भरे ट्रेलर होने की जानकारी मुखबिर से मिली थी। सूचना पर अवैध कोयले से लोडेड तीन ट्रेलर जब्त कर चालकों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई है।