कोरबा, 16 दिसंबर (वेदांत समाचार)। विजय दिवस के उपलक्ष्य में दीपका स्थित इंडस पब्लिक स्कूल में एक विजय सभा का* आयोजन किया गया और युध्द में विजयी सैनिकों को अपने कला के माध्यम से सम्मानित किया गया और जो शहीद हुए उन्हे दिल से याद किया गया । कार्यक्रम में सबसे पहले शिक्षक श्री हेमलाल श्रीवास ने बच्चों को भारतीय सेना के पराक्रम एवं कारगिल युध्द पर किस तरह से सेना ने विजय पाया के बारे में बताया उसके बाद प्राथमिक कक्षा के बच्चों द्वारा सैनिकों के सम्मान में एक मधुर गीत की प्रस्तुति दी गई इसी क्रम में प्राथमिक कक्षा के बच्चों ने एक प्रेरणा नृत्य प्रस्तुत किया तथा कक्षा नवमीं एवं दसवीं के बच्चों ने कारगिल युध्द पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन किया जिसे देखकर सब भावविभोर हो उठे और भारत माता की जय ध्वनि से विद्यालय प्रांगण गुंजयमान हो उठा ।
इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने भारतीय सेना के बारे में* बताया कि भारतीय सेना की तैयारी ऐसी है कि दुश्मनों को संभलने का मौका भी नहीं देंगें । भारतीय सेना के जवान हजारों फुट की ऊँचाई पर अपनी हड्डियाँ गलाते हैं और दुश्मनों की हर हरकत पर पैनी निगाह रखते हैं । तब जाकर हम अपने शहरों गाँवों और घरों में सुरक्षित रह पाते हैं । इन शहादत को भारतीय नागरिक को याद रखने की जरूरत है, देश को आगे बढ़ाने में सैनिकों का बहुत बड़ा सहयोग होता है ।इस युद्ध के अंत के बाद 93,000 पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया था। साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को करारी परास्त किया, जिसके बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हो गया, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है।भारतीय सेना देश की संप्रभुता, सद्भाव, और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करती है।भारतीय सेना का प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रवाद की एकता सुनिश्चित करना, राष्ट्र को बाहरी आक्रमण और आन्तरिक खतरों से बचाव, और अपनी सीमाओं पर शान्ति और सुरक्षा को बनाए रखना हैं।हम सभी को भारतीय सेना पर और भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए।
आज हम विजय दिवस मनाते हैं, तो हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम अपने देश की सेवा में अपनी पूरी शक्ति लगाएँगे। हमें उन सैनिकों के जैसे अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहना चाहिए और अपने देश की शांति और समृद्धि के लिए काम करना चाहिए।आइए, हम सब मिलकर उन बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करें, जिन्होंने अपनी जान दी और हमें गर्व महसूस कराया। उनकी वीरता और बलिदान को हम हमेशा याद रखेंगे।