रायपुर, 12 दिसंबर 2024: शासकीय आभियांत्रिकी महाविद्यालय (जीईसी) रायपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई की स्वयंसेविका सीमा ने गणतंत्र दिवस परेड 2025 में चयनित होकर संस्थान का गौरव बढ़ाया है। सीमा का यह चयन न केवल उनके अथक परिश्रम और समर्पण का प्रमाण है, बल्कि बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्र की बालिकाओं के लिए प्रेरणा स्रोत भी है।
सीमा, जो कि तृतीया वर्ष की इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेलीकम्युनिकेशन विभाग की छात्रा है , ने शिक्षा और अवसरों की कमी जैसे चुनौतियों का सामना करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है, जो उनके दृढ़ संकल्प और प्रतिभा को दर्शाता है। गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होकर वह नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर देश की शान का हिस्सा बनेंगी।
लेकिन सीमा की यह सफलता अकेले उसकी नहीं है। इसके पीछे जीईसी रायपुर के एनएसएस के उन सभी स्वयंसेवकों का भी हाथ है जिन्होंने परिस्थितियों से लड़कर अपने कॉलेज में ही परेड विंग की शुरुआत की। वरिष्ठ स्वयंसेवक कृष्णा, प्रदीप मतवाले और उनके साथियों ने अपनी अथक परिश्रम से यह साबित कर दिया कि जहां चाह हो, वहां राह है। पिछले वर्ष प्री-आरडी कैंप में भाग लेने वाली मुस्कान और अन्य स्वयंसेवकों के साथ कॉलेज परिसर में परेड की तैयारी करना एक रोमांचकारी सफर रहा। हर कदम पर एक-दूसरे का साथ, हर मुश्किल में एक-दूसरे का हौसला, और आँखों में एक ही सपना – गणतंत्र दिवस परेड में जीईसी रायपुर का प्रतिनिधित्व करना! सीमा का चयन इस सपने की जीत है, इस टीम की जीत है, और जीईसी रायपुर की जीत है।
गणतंत्र दिवस परेड, जो कर्तव्य पथ , नई दिल्ली में आयोजित होती है, भारत की आन, बान, और शान का प्रतीक है। यह परेड देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता, और सामाजिक प्रगति का शानदार प्रदर्शन है। इसमें विभिन्न राज्यों की झांकियां, सशस्त्र बलों की टुकड़ियां, और साथ ही एनएसएस, एनसीसी दलों द्वारा परेड का प्रदर्शन किया जाता है । इस ऐतिहासिक परेड का हिस्सा बनना और कर्तव्य पथ पर देश का प्रतिनिधित्व करना गर्व और सम्मान की बात है, और सीमा ने अपने जुनून और लगन से यह मुकाम हासिल किया है।
संस्था प्रमुख एम आर खान (प्राचार्य) ने सीमा की इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “सीमा ने जीईसी रायपुर परिवार का नाम रोशन किया है। उसकी यह सफलता हमारे सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है।”
कार्यक्रम अधिकारी प्रशांत साहू ने कहा, “सीमा एनएसएस में सक्रिय रूप से भाग लेती रही है और समाज सेवा के प्रति उसका समर्पण काबिले तारीफ है। यह उपलब्धि उसके लगन और मेहनत का फल है।”
कार्यक्रम अधिकारी (गर्ल्स यूनिट) डॉ. शशिबाला किंडो ने सीमा के बारे में कहा, “सीमा एक मेधावी और अनुशासित छात्रा है। वह हमेशा नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहती है और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करती है।”
सीमा की यह सफलता जीईसी रायपुर के लिए गौरव का क्षण है। हम सीमा को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।