मांग भरी न भांवरें पड़ीं, दो जोड़ों ने स्वयं ही माला पहन ली। विवाह की बिना किसी रस्म के माला पहनने के बाद फोटो भी खिंचवा ली। कर्मचारी माला डलवा कर बोला- जल्दी निकल जाओ, शादी हो गई। यह पूरा मामला कानपुर का है।
अनुदान के 35 हजार रुपये बैंक खाते में पहुंचेंगे, 10 हजार रुपये के उपहार में कुकर, डिनर सेट, ट्राली बैग, श्रृंगार बाक्स, कंबल व चादर ये ले लो। कुल 51 हजार रुपये अनुदान में छह हजार रुपये प्रति शादी का खर्च भी जुड़ा रहता है।
बिधनू ब्लाक के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का ऐसा वीडियो प्रचलित होने पर लोगों ने कहा, अरे ये कैसा विवाह है। इससे प्रशासन की जमकर किरिकरी हो रही है। खंड विकास अधिकारी सच्चिदानंद मिश्रा का कहना है, दोनों जोड़े देर से आए। माला एक-दूसरे को पहनाने के लिए दिए गए पर कर्मी जब तक समझाते, स्वयं ही पहन लिए।
कर्मचारियों ने दी जल्दी निकल जाने की हिदायत
वहीं, दोनों जोड़ों ने बताया कि ब्लॉक के कर्मियों ने तीन दिन पहले सामूहिक विवाह समारोह में आने को बोला था। शनिवार सुबह 10 बजे गेस्ट हाउस आ गए पर उनका विवाह नहीं कराया। विरोध पर कर्मियों ने जल्दी माला पहनने को कहा तो स्वयं ही पहन लिया। कर्मचारियों ने उपहार देकर जल्दी निकल जाने की हिदायत दी।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह शनिवार सुबह 10 बजे से जिले के छह स्थलों में आयोजित किया किया। इनमें 10 ब्लाक, दो नगर पालिका व दो नगर पंचायत के 360 युवक-युवतियों के विवाह कराए गए। कठेरुआ स्थित कौशल्या लान में बिधनू व भीतरगांव ब्लाक के 38 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। इन दोनों ब्लाकों में 56 जोड़ों ने विवाह के लिए पंजीयन कराया था, जिनमें 42 ही आए। इनमें भी चार जोड़ों को अपात्र घोषित कर लौटा दिया गया। आयोजन में सुबह पहले 15 जोड़ों का एक साथ हिंदू रीति रिवाज से विवाह हुआ।
मुस्लिम जोड़ों का मौलवी ने कराया निकाह
इसके बाद फिर आठ जोड़ों की भांवरें पड़ीं। इसी दौरान पांच मुस्लिम जोड़ों का मौलवी ने निकाह कराया। बाकी छह जोड़े अलग-अलग आए व विवाह की रस्मअदायगी कर लौट गए। इनमें ही सबसे आखिर में भीतरगांव के बेहटा गंभीरपुर की निधि व कानपुर देहात के झींझक के खानपुर के संदीप कुमार, बिधनू के बाजपुर की अमिता व कानपुर देहात के दुआरी के अविनाश को कुर्सियों पर बैठाकर कर्मियों ने माला दिया।
कहा, जल्दी से माला पहन लो। जब सभी ने स्वयं ही माले पहन लिए तो उनकी फोटो खिंचवा दी। इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रचलित होते ही ब्लाक के कर्मचारियों में खलबली मच गई। मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन का कहना है कि प्रचलित वीडियो उनके संज्ञान में नहीं है। वीडियो लेकर जांच कराएंगे। किसी तरह की गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई होगी।