कोरबा,11 दिसम्बर (वेदांत समाचार)। राम मंदिर बालको में आयोजित भव्य श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिन कथा वाचक आचार्य रामप्रताप शास्त्री महाराज ने समुद्र मंथन, वामन अवतार, श्री राम जन्म व श्री कृष्ण जन्म की कथा का वर्णन किया।
आचार्य रामप्रताप शास्त्री ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है। जब हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं। आकाश में बादल रहता है और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते। संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है।
आचार्य रामप्रताप शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा सुनने से अहंकार का नाश होता है। कथा में राम जन्म एवं कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने से मात्र हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी जन्मों के पापों का नाश होता है।
कथा के अंत में नन्हें गोपाल श्री कृष्ण के जन्म पर श्रद्धालुओं में खुशी का माहौल बन गया। और सभी भगतों ने नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के जयकारों की गूंज से सारा पंडाल झूम उठा।
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