कोरबा/कटघोरा 18 नवम्बर 2024 I देश के साथ साथ राज्यों में सरकार महिला सशक्तिकरण की दिशा में समूह के माध्यम से महिलाओं को स्वावलंबी व आर्थिक रूप से मजबूत बनाने अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुँचा रहा है और आज देश की महिला विकसित भारत का एक जीता जागता प्रमाण है। लेकिन शासन की मंशा कहीं न कहीं धरातल पर कमजोर भी नज़र आ रही है।
कोरबा जिला का उपनगरीय क्षेत्र कटघोरा नगर में श्रीया महिला स्व सहायता समूह द्वारा प्रदेश सरकार की योजना द्वारा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों को परोसने गढ़कलेवा का संचालन किया जा रहा है। लेकिन समूह को बमुश्किल भवन तो आबंटित हुआ लेकिन भवन में शौचालय के न होने से समूह की महिलाओं व गढ़कलेवा में आने वाले आगुन्तकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी मांग काफी लंबे समय से श्रीया महिला समूह की महिलाओं द्वारा जिला कलेक्टर से की जा रही है।
श्रीया महिला स्व सहायता समूह की प्रमुख नीलम सोनी ने बताया कि समूह द्वारा पूर्व में जिला कलेक्टर जनदर्शन में अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री के नाम आवेदन दिया था जिसके बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस पर कलेक्टर कोरबा को निर्देशित भी किया था । उन्होंने समूह द्वारा चाही गई सामग्री भी उन्हें उपलब्ध कराने के लिए कहा था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि गढ़कलेवा के माध्यम से सस्ती और गुणवत्तापूर्ण भोजन और नाश्ता नागरिक गणों को उपलब्ध होता है ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने स्व-सहायता समूहों की महिलाओं से कहा कि आप लोग अच्छा काम करें। लोगों को जितनी बेहतर सेवाएं प्रदान करेंगे उतना आपकी आर्थिक आय बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि आप लोग अपनी आर्थिक तरक्की को लेकर बहुत सजग हैं, इसके मुख्यमंत्री ने समूह को बधाई भी दी थी।
लेकिन इसके बावजूद आज दिनांक तक मुख्यमंत्री के निर्देश का जिला प्रशासन द्वारा पालन नही किया गया। इससे यह जाहिर होता है कि जिला प्रशासन प्रदेश सरकार की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में चल रहे कार्यों को लेकर जरा भी गंभीर नज़र नही आ रहा है। गढ़कलेवा के माध्यम से लोगों को छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यजनों को सहेजने और आज की युवा पीढ़ी को इससे लगाव रखने का प्रयास कर रही है। और लोगों द्वारा इसे पसंद भी किया जा रहा है। लेकिन श्रीया महिला स्व सहायता समूह द्वारा जिले भर में केवल कटघोरा नगर में संचालित गढ़कलेवा आज मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है। पशु चिकित्सालय के भीतर पुराने भवन में संचालित गढ़कलेवा में शौचालय की मांग को लेकर कलेक्टर की स्वीकृति का आज भी श्रीया महिला स्व सहायता समूह इंतजार कर रही है।
[metaslider id="347522"]