करतला / कोरबा-चांपा मुख्य मार्ग में मरम्मत के लिए 15 करोड़ स्वीकृत हुई थी। जिसमें 30 किलोमीटर सड़क का मरम्मत किया जाना था, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने कोथारी से फारसवानी तक पांच किलोमीटर दूरी को अधूरा छोड़ दिया गया है। जर्जर मार्ग की दशा दिनोदिन खराब होती जा रही है। बारिश के पहले मरम्मत नहीं हुई तो आवागम में परेशानी होगी।
एक जिले से दूसरे जिले को जोड़ने वाली चांपा- कोरबा मार्ग के मरम्मत का अधूरा ही छोड़ दिया गया है। आम लोगो के अलावा जनप्रतिधि व सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारियों का इस मार्ग में आवागमन है लेकिन सड़क के अधूरे निर्माण की दिशा में कोई जानकारी नहीं ली जा रही। कोरोना संक्रमण के पहली लहर के दौरान लाकडाउन में छूट मिलने पर जर्जर सड़क में आवागमन मुश्किल था। इस दौरान राज्य शासन की ओर से सुधार कार्य के लिए 15 करोड़ की स्वीकृति दी गई। उक्त राशि से 30 किमी दूरी तक सुधार करना था लेकिन लोक निर्माण विभाग की ओर से आधा अधूरा कार्य किया गया। कोथारी से लेकर जिले के अंतिम गांव फरसवानी तक सड़क मरम्मत कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया जिसका पर्याप्त कारण किसी से नही है। सड़क की दशा दिनो दिन खराब होते जा रही है। समय रहते सुधार की आवश्यकता है।
पुल में नहीं लगी रेलिंग
सड़क के अलावा मार्ग में पड़ने वाले पुल की मरम्मत को भी अधूरा छोड़ दिया गया। कनबेरी, उरगा, सरगबुंदिया आदि जगहों में पड़ने वाले छोटे बड़े नालों में लगे रेलिंग ध्वस्त हो चुके है। निविदा के अनुसार सड़क के साथ पुल में भी रेलिंग लगाना था। कार्य पूरा नहीं होने कारण रेलिंग विहीन पुल खतरे का सबब साबित हो रहा है।
सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है। कोथारी से फारसवानी मार्ग निर्माण की जिम्मेदारी एनएच का है। रही बात पुल के रेलिंग निर्माण की तो उसे शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।
एके वर्मा, मुख्य कार्यपालन अभियंता, लोक निर्माण विभाग
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