एयरलाइंस को बम की धमकियों का सिलसिला जारी, 24 घंटे में 3 विमानों को मिली धमकी

नई दिल्ली। भारतीय एयरलाइंस को बम की धमकियों का सामना करना पड़ रहा है, और पिछले 24 घंटों में तीन विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। इस सप्ताह ऐसी धमकियों की संख्या 35 से अधिक हो चुकी है। हालांकि, सभी धमकियां फर्जी साबित हुई हैं, लेकिन इससे विमानन सुरक्षा में दहशत का माहौल बना हुआ है। ताजा मामला विस्तारा एयरलाइंस की दिल्ली से लंदन जाने वाली फ्लाइट का है, जिसे बम की धमकी के बाद जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया।

24 घंटे में तीन विमानों को धमकी
विस्तारा की दिल्ली-लंदन फ्लाइट के अलावा एयर इंडिया की जयपुर-दुबई एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट और अकासा एयर की बेंगलुरु-मुंबई फ्लाइट को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली। इन दोनों मामलों में भी जांच के बाद कॉल्स फर्जी पाई गईं। अकासा एयर की फ्लाइट को धमकी उड़ान से कुछ समय पहले मिली, जिससे विमान की उड़ान में देरी हुई। सुरक्षा जांच के बाद ही विमान को उड़ान की अनुमति दी गई। जयपुर से दुबई जाने वाली फ्लाइट को भी शनिवार सुबह 6:10 बजे उड़ान भरनी थी, लेकिन झूठी धमकी के कारण यह 7:45 बजे उड़ान भर सकी, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

इस सप्ताह 35 से ज्यादा धमकियां मिलीं
सप्ताह की शुरुआत से अब तक 35 से अधिक विमानों को ऐसी धमकियां मिल चुकी हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इस स्थिति से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने की तैयारी की है। डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने सुझाव दिया है कि फर्जी कॉल करने वालों को नो-फ्लाई लिस्ट में डाला जाए और उनसे हुई आर्थिक क्षति की वसूली की जाए।

साजिश का संकेत नहीं, ‘शरारती कॉल्स’ का शक
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि शुरुआती जांच में किसी बड़ी साजिश के संकेत नहीं मिले हैं और ज्यादातर कॉल नाबालिगों या शरारती लोगों द्वारा की गई प्रतीत होती हैं। मुंबई पुलिस ने बुधवार को एक 17 वर्षीय संदिग्ध को हिरासत में लिया, जिसने कथित तौर पर तीन उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि किशोर ने यह धमकियां अपने एक दोस्त को फंसाने के लिए दी थीं, जिसके साथ उसका पैसों को लेकर विवाद चल रहा था।

सुरक्षा कड़ी, सख्त कदमों की तैयारी
लगातार मिल रही इन फर्जी धमकियों ने विमानन सुरक्षा के मानकों को सख्त करने की मांग को तेज कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं और सरकार इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई की तैयारी कर रही है।