कोरबा,19 अक्टूबर (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ कोरबा जिले के शासकीय इं.वि. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जनजाति गौरव माह के तहत एकदिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ‘जनजाति समाज का गौरवशाली अतीत’ विषय पर चर्चा हुई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉक्टर ज्योति रानी सिंह, अपर संचालक, क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर ने कहा कि जनजातियों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि हमें अपने जनजाति नायकों के योगदान को याद रखना चाहिए और उनकी कहानियों को आने वाली पीढ़ियों को बताना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि आईओसीएल के महाप्रबंधक और अखिल भारतीय गोंडवाना महासभा भारत के राष्ट्रीय सांस्कृतिक सचिव ने कहा कि जनजातियों का योगदान भारत की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें जनजाति नायकों के बलिदान को याद रखना चाहिए।
वनवासी कल्याण आश्रम कोरबा के अध्यक्ष रामेश्वर सिंह उइके ने कहा कि आदिवासियों का जीवन जल, जंगल और जमीन पर आधारित है। उन्होंने कहा कि आदिवासियों ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया और देश की रक्षा में अपना बलिदान दिया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर साधना खरे ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम जनजाति नायकों के योगदान को सामने लाने में मदद करते हैं। इस कार्यक्रम में छात्रों ने सांस्कृतिक नृत्य और कविता पाठ प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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