राजस्थान, 19 अक्टूबर । अदाणी फाउंडेशन द्वारा कामधेनु परियोजना अन्तर्गत 16 से 18 अक्टूबर तक चयनित 18 गांवों के दुग्ध संकलन सचिवों का तीन दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण अमूल डेयरी आनंद एवं साबर डेयरी हिम्मतनगर में करवाया गया।
तीन दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण के लिए अदाणी पावर प्लांट हेड श्री प्रमोद सक्सेना द्वारा रवाना किया गया।
इस अवसर पर श्री प्रमोद सक्सेना ने बताया कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा कामधेनु परियोजना में चयनित गांवो के डेयरी सचिवों को डेयरी क्षेत्र में अमूल डेयरी द्वारा किया जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने एवं कौशल विकास हेतु शैक्षिक भ्रमण पर भेजा गया है, ताकि वे नए तरीके सीखकर उन्हें अपने क्षेत्र में लागू कर सकें।
इस अवसर पर सीएसआर हेड गोपाल सिंह देवड़ा ने बताया कि अदाणी फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका विकास के लिए कई गतिविधियाँ चला रहा है। कामधेनु परियोजना के तहत बनाई गई हाड़ौती प्रगतिशील प्रोड्यूसर कंपनी में 570 से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जो डेयरी विकास का काम कर रही हैं। वर्तमान में, कंपनी रोजाना 6000 लीटर दूध इकट्ठा कर रही है, जिससे स्थानीय किसानों की आय बढ़ रही है और साथ ही देश के निर्माण में भी योगदान हो रहा है।
परियोजना अधिकारी रामचरण चौधरी ने बताया कि तीन दिवसीय शैक्षिक भ्रमण के दौरान अमूल द्वारा ग्रामीण स्तर पर दूध जमा करना और दूध से छाछ, घी, पनीर, श्रीखंड, लस्सी आदि बनाने की विधि के बारे में जानकारी प्राप्त की गई।साथ ही अमूल के चॉकलेट प्लांट का भ्रमण किया गया।
शैक्षणिक भ्रमण के दूसरे दिन साबर डेयरी हिम्मतनगर का भ्रमण किया गया जहां गांवों से दुग्ध संकलन की विधि, फैट और एसएनएफ की जाँच, भुगतना एवं साबर द्वारा बनाए जा रहे डेयरी प्रोडक्ट पर जानकारी प्राप्त की गई।
इस कार्यक्रम से सचिवों का मनोबल बढ़ा है, जिससे ग्रामीण स्तर पर दुग्ध संकलन में बढ़ोतरी होगी साथ ही आम आदमी को फायदा होगा।
इस अवसर पर अदाणी फाउंडेशन से वसीम अकरम द्वारा सचिवों को गुणवत्तापूर्वक दुग्ध उत्पादन बढ़ाने हेतु प्रोत्साहित किया गया।
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