नई दिल्ली। इस समय देश के कई राज्यों में वैक्सीनेशन (vaccination)उपलबध नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते समय लोगों को वैक्सीन (Vaccine)नहीं लग पा रहे हैं। इस विशेषज्ञों ने तीसरी लहर को खतरनाक होने की आशंका व्यक्त की है। वहीं इसके लिए राज्यों सरकारों (state governments)को जल्द से जल्द वैक्सीनेशन (vaccination) कराने पर जोर देने की बात कही है।
आपको बता दें कि दिल्ली में वैक्सीन की भारी किल्लत (acute shortage of vaccines)हो रही है। सरकारी सेंटर्स पर वैक्सीन (vaccines)की कमी है, तो वहीं प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है।प्राइवेट अस्पतालों (private hospitals)में अलग-अलग रेट में वैक्सीन लगाई जा रही है।
एम्स में एनेस्थिसियोलॉजी और क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ़ युद्धवीर सिंह का कहना है कि सभी प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन लगाने के मनमाने दाम लिए जा रहे हैं। जिन लोगों के पास पैसा है, वह वहां जाकर वैक्सीन लगवा रहे हैं, लेकिन जिन लोगों के पास पैसा नहीं है, वह प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीन नहीं लगवा सकते हैं।
डॉ. युद्धवीर सिंह (Dr. Yudhveer Singh)का कहना है कि अगर दिल्ली में वैक्सीनेशन (Vaccination in Delhi)को लेकर यही स्थिति रही, तो तीसरी वेव खतरनाक रूप ले सकती है। दिल्ली में सेकंड डोज बेहद कम लोगों को ही लग पाई है, इसलिए जरूरी है कि वैक्सीनेशन की स्पीड को बढ़ाया जाए। प्राइवेट सेंटर्स पर दाम तय किए जाएं, ताकि ज्यादा वैक्सीन लग सके। मैक्स अस्पताल के डॉ़ विवेका कुमार का कहना है कि तीसरी वेव आने की बात कही जा रही है और वह किसी भी वक्त आ सकती है।
इसलिए जरूरी है कि तैयारी पूरी कर ली जाए और इन तैयारियों में सबसे ऊपर है वैक्सीनेशन। इस वक्त जरूरत है बेहद तेजी से वैक्सीनेशन करने की और कम से कम समय में बड़ी आबादी को वैक्सीन लगाने की। अगर बड़ी आबादी को वैक्सीन लग जाएगी तो तीसरी वेव का कम खतरा होगा, लेकिन वैक्सीन नहीं लगती और अभी जैसी ही स्थिति रहती है तो भारी नुकसान हो सकता है।
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