ग्राम माटवाड़ा में नशा मुक्ति पर चलाया गया जागरूकता अभियान

बीजापुर । कलेक्टर  संबित मिश्रा के सफल मार्गदर्शन में विकासखण्ड भैरमगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत माटवाड़ा के साप्ताहिक बाजार में गाँव के सक्रिय युवाओं, मितानिन व बीजादूतीर स्वयंसेवकों द्वारा नशा मुक्त भारत की परिकल्पना पर एक महत्वपूर्ण नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया गया। यह अभियान लोगो के शारीरिक स्वास्थ्य व मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा रखने और मादक पदार्थों के सेवन के मुद्दों पर लोगों का ध्यान केंद्रित किया गया। जिसका उद्देश्य स्थानीय आदिवासी एवं अन्य समुदाय के लोगों को जागरूक कर उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।

इस अभियान का प्रारंभ गांव के सक्रिय युवा प्रतिनिधियों मितानिन एवं स्वयंसेवकों द्वारा बाजार स्थल पर स्थानीय निवासियों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके किया गया। मितानिन एवं युवा स्वयंसेवकों ने क्षेत्रीय बोली हल्बी व गोंडी में लोगों को बताया की नशा जीवन के लिए घातक है घरेलू हिंसा को भी बढ़ाता है। इसके साथ ही शिक्षा, कुपोषण एवं एनिमिया को भी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी में शामिल किया। स्वयंसेवकों ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझाने के साथ-साथ नशे के दुष्प्रभावों पर भी जानकारी दी गइ। वे लोगों को नशा के लत लगे लोगों की पहचान करने, बच्चों को लत से बचाने एवं उनकी देखभाल करने और सहायता प्राप्त करने के तरीकों के बारे में जानकारी दिया गया।

इस पहल का एक महत्वपूर्ण परिणाम निकलकर सामने आया की पंचायत द्वारा मादक पेय पदार्थों की बिक्री साप्ताहिक बाजार पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय है। यह निर्णय न केवल नशे की लत के खिलाफ एक ठोस कदम है, बल्कि यह एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में भी बढ़ता है। इस निर्णय से स्थानीय निवासियों में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है।

लोग अब नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक हो रहें हैं और अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की ओर आगे बढ़ रहें हैं। इस अभियान के अलावा अन्य पंचायतों में बीजादूतीर कार्यक्रम द्वारा स्वयमसेवकों के साझा प्रयास से भी सामुदायिक बैठकों के माध्यम से जागरूक कर रहें हैं। परिजनों को अपने छोटे व बड़े बच्चों को नशा का उपयोग करने से रोकने व अच्छी आदतों को अपने व्यवहार में शामिल करने पर जोर दे रहें हैं। पालकों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि नशा केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नही, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है।

इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य नशामुक्त ग्राम पंचायत की दिशा में आगे बढ़ना है। यह केवल एक स्थानीय प्रयास नहीं है, बल्कि यह समाज में बड़े बदलाव लाने की एक पहल है। स्थानीय लोग इस अभियान में सक्रिय रूप से शामिल हुए हैं बाजार में उपस्थित आस पास से आए सभी समुदाय में जागरूकता फैल रही है। बीजादूतीर के स्वयंसेवकों ने बताया कि नशा का उपयोग शारीरिक अथवा मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालता है।

मानसिक स्वास्थ्य और नशे की समस्या पर बातचीत करना बहुत महत्वपूर्ण है। जब लोग खुलकर इस विषय पर बात करेंगे, तभी लोग एक-दूसरे की मदद करने में सक्षम होंगे। अंत में इस अभियान के द्वारा स्थानीय निवासियों को एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। नशा मुक्त अभियान न केवल ग्राम पंचायत को एक सुरक्षित स्थान बनाने में मदद करेगा, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम भी बनेगा। जागरूकता के दौरान सरपंच गांव के सक्रिय युवा सदस्य मितानिन प्रशिक्षक, बीजादूतीर स्वयंसेवक उपस्थित थें।