छत्तीसगढ़ पर्यटन नीति 2020 होगी रिवाइज, राज्य में टूरिज्म की असीम संभावनाएं : सचिव श्री अन्बलगन

मास टूरिज्म की बजाय वैल्यू टूरिज्म को मिले बढ़ावा

सचिव श्री अन्बलगन की अध्यक्षता में टूरिज्म प्रमोशन के लिए हुई बैठक

रायपुर, 24 सितंबर 2024/ राज्य में एथनिक और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज यहां पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में बैठक में सूचना नेटवर्क को मजबूत बनाने और इंटरनेशनल टूरिस्ट इवेंट्स में स्टेक होल्डर्स की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाने पर भी चर्चा की गई।


सचिव अन्बलगन पी. ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह खुशी की बात है कि आप सब ने राज्य में टूरिज्म प्रमोशन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। एथनिक और इको टूरिज्म से जुड़े लोगों का एक ही मंच पर आना पर्यटन के विकास के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि 2020 की पर्यटन नीति को रिवाइज और रिव्यू किया जाएगा, ताकि इसे नया स्वरूप दिया जा सके। होम स्टे गाइडलाइंस को एक फ्रेमवर्क के अंतर्गत लाने का प्रयास भी किया जा रहा है। श्री अन्बलगन ने कहा कि टूरिज्म बहुत संवेदनशील इंडस्ट्री है। मास टूरिज्म की बजाय हमें वैल्यू टूरिज्म की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि पर्यटन को एक स्तरीय प्लेटफार्म मिल सके।


टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक विवेक आचार्य ने कहा कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड का मुख्य उद्देश्य पर्यटकों और स्टेक होल्डर को पर्यटन सुविधाएं प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि एक इंटरेक्टिव पोर्टल की आवश्यकता है, जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स की जानकारी शामिल हो। नए मोबाइल एप्लिकेशन की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। श्री आचार्य ने कहा कि फिल्म पॉलिसी को बढ़ावा देने और पॉलिसी से संबंधित सभी जानकारी देने के लिए एक बुकलेट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोकल इकोनॉमी को प्रमोट करने के लिए स्थानीय पर्यटन का भी महत्वपूर्ण योगदान है।
बैठक में छत्तीसगढ़ ट्रैवल ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य जसप्रीत सिंह भाटिया, छत्तीसगढ़ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष तरनजीत सिंह होरा, बस्तर के श्री मानसिंग बघेल, श्री रजनीश, श्री जीत आर्या एवं श्री सनी उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए बहुमूल्य सुझाव देने के साथ ही इससे जुड़े व्यवहारिक दिक्कतों की ओर ध्यान आकर्षित किया और कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को शासन की ओर से रियायतें दी जानी चाहिए। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के होटल एसोसिएशन के सदस्य, छत्तीसगढ़ ट्रैवल एंड ट्रेड एसोसिएशन के सदस्य, होम स्टे ओनर और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के अधिकारी उपस्थित थे।