बिलासपुर । ऊंची पहुंच के सहारे नौकरी लगाने के नाम पर 20 लाख की धोखाधड़ी के मामले में सिविल लाइन पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार ने बताया कि कबीरधाम जिले के कवर्धा दर्रीपारा में रहने वाले लक्की मेहरा(23 वर्ष) कोनी में रहकर पढ़ाई करते थे। इस दौरान उनकी पहचान तिफरा के यदुनंदन नगर में रहने वाले उत्सव जायसवाल से हुई थी।
इस दौरान उत्सव ने लक्की को अपनी ऊंची पहुंच का झांसा दिया। साथ ही भविष्य निधि संगठन में कंप्यूटर सहायक के पद पर नौकरी लगाने की बात कही। वहीं उसके भाई को आरपीएफ में आरक्षक के पद पर नौकरी लगाने का झांसा दिया। इसके लिए उसने लक्की से 20 लाख स्र्पये की मांग की।
इस पर लक्की ने चार फरवरी 2018 की दोपहर अपने भाई हीरा सिंह, बहन मेमबती और कन्हैया चंद्रवंशी के साथ मंगला चौक के पास उत्सव जायसवाल को 10 लाख स्र्पये दिए थे। इसके बाद उसने आठ दिसंबर को डेढ़ लाख दिए थे। बाद में और स्र्पये मांगने पर लक्की ने उत्सव को 29 जून 2019 को तीन लाख स्र्पये दिए। इसके बाद विभिन्न् माध्यमों से लक्की ने उत्सव को पांच लाख और दिए।
इसके बाद भी उनकी नौकरी नहीं लगी। इस पर लक्की ने सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की थी। इस पर पुलिस जुर्म दर्ज कर आरोपित की तलाश कर रही थी। सोमवार की सुबह पुलिस को पता चला कि आरोपित अपने घर आया हुआ है। इस पर पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित को न्यायलय में पेश किया है।
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