नई दिल्ली । बीते साल कोरोना महामारी के चलते लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन में अपने बीमार पिता को लेकर 1200 किमी साइकिल चलाने वाली “साइकिल गर्ल ज्योति” पर अब दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। ज्योति के सिर से अब उसके पिता का साया उठ चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को अचानक हार्ट अटैक के कारण “साइकिल गर्ल ज्योति” के पिता की मौत हो गई। सुबह करीब 9 बजे सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव स्थित अपने आवास पर ज्योति के पिता मोहन पासवान (48) की मौत हो गई। सोमवार को ही मोहन पासवान का अंतिम संस्कार गांव में बड़े बेटे 9 वर्षीय हिमांशु कुमार ने किया।
ज्योति के परिवार में 9 दिन में दूसरी मौत
ज्योति के पिता की मौत की सूचना मिलते ही लोग अचंभित रह गए। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि आखिर इस बहादुर बेटी के पिता ने अचानक हार्ट अटैक आने के कारण साथ छोड़ दिया है। ज्योति ने बताया कि अभी 9 दिन पहले उसके चचेरे दादा कारी पासवान का स्वर्गवास हो गया था और अब पिता का अचानक निधन होने के कारण परिवार काफी सदमे में है।
देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान सुर्खियों में रही थी ज्योति
बीते साल जब कोरोना महामारी के कारण देशव्यापी लॉकडाउन लगाया गया था तब ज्योति कुमारी सुर्खियों में आ गई थी। उस समय काम-धंधा ठप होने की वजह से बड़ी संख्या में बड़े शहरों से मजबूर अपने गांवों की ओर पलायन कर रहे थे। ऐसे में कई प्रवासी मजदूर पैदल चलकर या साइकिल चलाकर अपने घर पहुंचे थे और रास्ते में कई मजदूरों की मौत भी हो गई थी। ऐसे विपरीत परिस्थितियों में दरभंगा की बेटी ज्योति कुमारी अपने बीमार पिता को गुड़गांव से साइकिल पर दरभंगा ले गई थी। ज्योति के इस साहस की देशभर में तारीफ हुई थी।
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