रेल मंत्रालय का षड्यंत्र रावघाट से आगे बिछने नहीं दे रहा रेल लाइन, जगदलपुर- रावघाट रेल लाइन के लिए संसद को सौंपा ज्ञापन

जगदलपुर, 11 सितम्बर (वेदांत सामाचार)। बस्तर रेल आंदोलन समिति ने सांसद महेश कश्यप से मुलाकात कर जगदलपुर रावघाट रेल लाइन के संदर्भ में ज्ञापन सौंपा और आरोप लगाया कि रेल मंत्रालय षडयंत्रपूर्वक रावघाट से आगे बस्तर की तरफ इस रेल लाइन का कार्य नहीं होने दे रहा है, जबकि लौह अयस्क की ढुलाई के लिए रावघाट से दल्ली राजहरा तक पटरी बिछाने का काम बिना अवरोध के पूर्ण कर लिया गया है। समिति के सदस्यों की मांग है कि रेल मंत्रालय रावघाट रेल लाइन के लिए हर प्रक्रिया की तय तारीख से बस्तरवासियों को अवगत कराए।


सांसद को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बस्तर में 7 दशक से लंबित रेल परियोजना दल्ली राजहरा – जगदलपुर में हो रही देरी से बस्तर के जन प्रतिनिधि भलीभांति परिचित है। लोकसभा चुनाव के दौरान आप ने इसे प्रमुखता से कार्य कराने का आश्वासन दिया था।
हम आंदोलनकारियों का मत है कि रेल मंत्रालय षड्यंत्रपूर्वक रावघाट से आगे की इस रेल लाइन का काम नहीं कर रहा है, जबकि लौह अयस्क की दुलाई के लिये रावघाट से दल्ली तक का काम बिना अवरोध के पूर्ण कर लिया हैं I रेल मंत्रालय के षड्यंत्र को इस तरह समझा जा सकता हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री घोषणा को भी नकारने का काम किया है। श्री मोदी ने वर्ष 2015 में घोषणा की थी कि रावघाट से जगदलपुर रेल लाइन का काम तत्काल प्रारम्भ होगा और 2022 में जगदलपुर में रेल खड़ी मिलेगी। इधर वर्ष 2017 में तत्कालीन रेल राज्यमंत्री ने जगदलपुर से रावघाट रेल लाइन का काम शुरू करने भूमिपूजन भी किया था I


मई 2023 में भाजपा के प्रतिनिधि मण्डल से मुलाक़ात के दौरान रेलमंत्री ने आश्वासन दिया था तथा स्वयं ट्वीट भी किया था कि 3 माह में इसका डीपीआर बनेगी व रावघाट – जगदलपुर के लिए दोनों तरफ़ से कार्य प्रारम्भ होगा Iइसके बावजूद एक इंच काम नहीं हुआ है।
ज्ञात हो कि बस्तर में जब माल परिवहन के लिए रेल नहीं आई थी। तब से बस्तरवासी रेल लाइन के माध्यम से जगदलपुर को रायपुर से जोड़ने की मांग करते आ रहे है।
बस्तर सांसद ने रावघाट रेल लाइन के संदर्भ में रेलमंत्री से सीधी बात कर निर्माण कार्य शीघ्र शुरू कराने का आश्वासन दिया है।