कोरबा,06 सितम्बर (वेदांत समाचार)। कुसमुंडा गुरुद्वारे में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। गुरुद्वारे को फूलों और गुब्बारों से सजाया गया था। इस मौके पर कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें सिख समाज के तमाम लोग शामिल हुए। इसके बाद अरदास किया गया और फिर लंगर का आयोजन किया गया। रात में गुरुद्वारे के पास आतिशबाजी की गई।
गुरु ग्रंथ साहिब में गुरुओं के बोले गए शब्द हैं, जिसे गुरबाणी भी कहा जाता है। वर्ष 1904 में दरबार साहिब में सिखों के पांचवें गुरु श्री अर्जुन देव जी ने पहली बार गुरु ग्रंथ साहिब को प्रकाश किया था। तब से हर साल 3 सितंबर को गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व पूरी धार्मिक श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया जाता है। हर सिख अपना जो भी काम करता है, वह गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे अरदास करके ही करता है।
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